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भारत में अफ्रीका से नए चीते लाने की तैयारी: दिसंबर तक एमपी को मिल सकते हैं 10 चीते

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Sep 25, 2025

भारत में अफ्रीका से नए चीते लाने की तैयारी: दिसंबर तक एमपी को मिल सकते हैं 10 चीते

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी 'प्रोजेक्ट चीते' के तहत अफ्रीका से नए चीतों की तस्करी की तैयारी जोरों पर है। 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुनो नेशनल पार्क में छोड़े गए 8 चीतों के बाद अब दिसंबर 2025 तक 8-10 नए चीते मध्य प्रदेश पहुंच सकते हैं। नामीबिया, बोत्सवाना और केन्या जैसे देशों के साथ चल रही चर्चाओं से यह संभव हो पा रहा है। यह कदम चीतों की संख्या बढ़ाने और जेनेटिक विविधता सुनिश्चित करने का प्रयास है। कुनो पार्क के अलावा गुजरात और एमपी के अन्य अभयारण्यों में भी चीतों के लिए जगह तैयार हो रही है।

 प्रोजेक्ट चीते की शुरुआत और प्रगति

प्रोजेक्ट चीते की शुरुआत 2022 में हुई, जब पीएम मोदी ने नामीबिया से 8 अफ्रीकी चीतों को कुनो नेशनल पार्क में रिहा किया। इसके बाद 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए। अब तक 20 चीते भारत पहुंच चुके हैं, जिनमें से 11 वयस्क जीवित हैं और 26 शावकों का जन्म हुआ है, जिसमें 16 जीवित हैं। वैश्विक औसत 40% से अधिक 61% उत्तरजीविता दर ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया है। पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने नामीबिया के समकक्ष से चर्चा कर सहयोग मजबूत किया है।

 नए चीतों की योजना और चुनौतियां

दिसंबर तक बोत्सवाना या नामीबिया से 8-10 चीते लाने की योजना है। कुनो पार्क भरने के बाद गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य और गुजरात के बननी घास के मैदान जैसे स्थलों पर इन्हें बसाया जाएगा। हर साल 10-12 चीते लाने का लक्ष्य है, ताकि प्रजाति की बहाली हो सके। हालांकि, भारतीय जलवायु से अनुकूलन और संक्रमण की चुनौतियां बनी हुई हैं, जिन्हें टाइगर संरक्षण मॉडल से हल किया जा रहा है। रेडियो कॉलर से निगरानी हो रही है।

 भविष्य की संभावनाएं

यह प्रोजेक्ट न केवल चीतों को भारत में पुनर्स्थापित करेगा, बल्कि जैव विविधता संरक्षण का वैश्विक उदाहरण बनेगा। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह ऐतिहासिक प्रयास 1952 में विलुप्त हुई प्रजाति को वापस लाने का सपना साकार कर रहा है।

Report By:
Monika