Mar 26, 2023
गाजियाबाद की विशेष जांच शाखा (एसआईबी) की एक टीम ने स्थानीय पुलिस बल के साथ करीब एक करोड़ रुपये की कर चोरी के मामले में मेरठ रोड स्थित अशोक कॉलोनी और खरखौदा के धीरखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में एक व्यवसायी के घर पर छापेमारी की. मेरठ जिले के थाना क्षेत्र में रविवार दोपहर । उनकी मिट्टी की फैक्ट्री पर छापा मारा गया।
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय व्यापारियों में भय का माहौल बन गया है. कार्रवाई से आक्रोशित बर्तन व्यापारियों ने हंगामा किया और बाजार को बंद करा दिया. उधर, दोनों जगहों पर टीम के सदस्य दस्तावेज खंगालने में जुटे हैं।
कोतवाली क्षेत्र के मेरठ रोड स्थित अशोक कॉलोनी निवासी संजीव जैन बर्तनों का कारोबार करते हैं। मेरठ जिले के खरखौदा क्षेत्र में स्थित धीरखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में एक व्यापारी के बेटे सिद्धांत के नाम पर मंगलम इंडस्ट्रीज नाम से मिट्टी के बर्तनों का कारखाना है।
गाजियाबाद के एसआईबी में संयुक्त आयुक्त जिलाजीत व उपायुक्त बीके दीपांकर के नेतृत्व में 20 सदस्यीय टीम रविवार दोपहर वाहनों से व्यवसायी के घर व फैक्ट्री पहुंची. टीम के साथ स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी। टीम के सदस्यों और पुलिस ने व्यवसायी के घर और फैक्ट्री में छापेमारी की।
दस्तावेज़ स्कैनिंग टीम
इस मामले की जानकारी होने पर स्थानीय व्यापारियों में भय का माहौल पैदा हो गया. टीम ने फैक्ट्री मालिक को मौके पर बुलाकर दस्तावेज जब्त कर जांच शुरू कर दी है। सहायक आयुक्त गौरव राजपूत ने कहा कि जांच में सामने आया है कि पिछले कुछ समय से खरीद फरोख्त और बिलों के जरिये कर चोरी का खुलासा हुआ है. फैक्ट्री को जीएसटी दस्तावेजों में घोषित नहीं किया गया है।
फर्म द्वारा भारी रिफंड का दावा किया गया है।टीम के सदस्य लंबे समय से व्यापारी पर नजर रखे हुए थे। फिलहाल एक करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। जांच चल रही है। तभी टैक्स चोरी की सही जानकारी पता चल सकेगी।
उन्होंने बाजार बंद कराकर रोष जताया
छापामार कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश था। उन्होंने वासन बाजार की सभी दुकानें बंद करा दी। बड़ी संख्या में व्यापारी एकत्रित होकर बर्तन व्यवसायी की फैक्ट्री में पहुंच गए और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। व्यापारियों और टीम के सदस्यों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। अधिकारियों व पुलिस ने व्यवसायी को समझाने का प्रयास किया। जिसके बाद व्यापारी शांत हुए। दिनभर बर्तन बाजार बंद रहने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।