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दुर्गः अंधविश्वास के चलते एक नाबालिग बच्चे की हत्या, दो आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Jan 1, 2020

चंद्रकांत देवांगन - फांसी की रस्सी से पैसा झड़ने के टोने- टोटके व अन्धविश्वास ने एक नाबालिग की ज़िन्दगी छीन ली। अंधविश्वास के चलते एक नाबालिग बच्चे की गला घोंटकर हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है। मृतक रुद्रनारायण देशमुख और मुख्य आरोपी पंचुराम देशमुख दोनों ही दूर के रिश्तेदार हैं। पुलिस को दुर्ग के अंडा थाना के आलबरस गाँव में पैरा में जली हालत में एक नाबालिग की लाश मिली थी। जिस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर गुम इंसान की पतासाजी की। जहाँ मृतक की शिनाख्त रूद्र नारायण देशमुख के रूप में हुई। शुरुआत में ही पुलिस को मामला संदिग्ध लगने लगा, जिस पर जब जाँच हुई तो ऐसा सच सामने आया कि आज के दौर में ऐसी घटना सोचना भी आश्चर्य भरा लगता है। पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी 48 घंटे के अन्दर ही सुलझा लिया। जाँच में जुटी पुलिस की टीम को एसएसपी ने 20 हजार इनाम देने की घोषण की है।

टोने टोटके से जल्दी पैसा बनाना चाहता था आरोपी

विज्ञान के इस युग में अन्धविश्वास की जड़ें आज भी गाँव में जीवित है। यह सोचना भी अजीब सा लगता है पर दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र में हुए एक घटना ने दिल दहला कर रख दिया है। दुर्ग जिले के आलबरस में रहने वाले पंचुराम देशमुख को उसके मित्र धनराज नेताम ने फांसी की रस्सी से पूजा पाठ कर पैसा झड़ने की बात बताई। जिसको लेकर वह कम समय में इस टोने टोटके से जल्दी पैसा बनाना चाहता था। वह कई दिनों से फांसी की रस्सी की जुगाड़ में लगा हुआ था। वहीं रस्सी का इन्तेजाम नहीं होने पर उसने अपने दूर के नाबालिग साले रूद्र नारायण देशमुख की हत्या करने की योजना बना डाली। 23 दिसम्बर की सुबह अपने परिचित के साथ मेला देखने जाने वाले नाबालिग को यह भी नहीं पता था कि आज अन्धविश्वास उससे उसकी ज़िन्दगी छिनने वाला है। आरोपी पंचुराम देशमुख नाबालिग को मेला दिखाने की बात कहकर अपने साथ लेकर गया। जहाँ उसने आलबरस और निकुम मार्ग के बीच सुनसान खेत में जाकर शराब पी और 15 वर्षीय मृतक को भी शराब पिलाई। जिसके बाद आरोपी ने अपने पास रखे रस्सी से मृतक का गला घोंटकर मौत की घाट उतार दिया।

फांसी वाला रस्सी के जुगाड़ के लिए की हत्या

हत्या के बाद आरोपी ने एक कागज में मौत का तारीख व समय, मृतक का नाम लिखकर अपने जेब में रखा व वहां से फरार हो गया। इस घटना की जानकारी उसने धनराज नेताम को दी। आरोपी ने धनराज से कहा कि फांसी वाला रस्सी का जुगाड़ हो गया है। आरोपी ने देर रात 2 बजे घटनास्थल पर गया और  शव को पैरा से जलाकर फरार हो गया। पुलिस ने भी मामले में अज्ञात मृतक के नाम से मर्ग कायम किया था। जिस पर गुम इंसान की पतासाजी करने पर आसपास के इलाके में जानकारी हुई कि बालोद जिले के अर्जुन्दा थाने में 26 तारीख को गुम इंसान रुद्रनारायण देशमुख के नाम पर मामला पंजीबद्ध है। पुलिस ने शव से मिले कुछ साक्ष्य परिवार वालो को दिखाए। जिस पर मृतक की पहचान की गयी। वहीं मृतक के परिजन भी पंचुराम से संपर्क साध रहे थे, पर कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। रूद्र नारायण का शव मिलने के बाद से ही आरोपी पंचुराम देशमुख गायब था जिससे पुलिस के शक की सुई गहराने लगी।

धनराज नेताम ने दिया था अमीर बनने का लालच

घटना की जाँच जब पुलिस ने की तो पता चला कि मृतक और पंचुराम साथ-साथ उठते बैठते थे। पुलिस ने पूछताछ के लिए पंचुराम का पता लगाया तो पुलिस को धमतरी के नगरी के पास बोराई गाँव में उसके होने की सूचना मिली। जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो आरोपी ने सच उगल दिया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की गई। आरोपी ने पुलिस को बताया कि धनराज नेताम से ढाई साल पहले उसकी दोस्ती हुई थी। जब धनराज गाँव में बंदर भागने के आया हुआ था। धनराज ने ही उसे फांसी की रस्सी से पैसा निकालने का तरीका बताया था और कहा कि यदि तुम फांसी लगा हुआ रस्सी लाकर मुझे दो तो उसका पूजा पाठ से बहुत सारे पैसे झडा सकता हूँ और तुमको लखपति बना दूंगा। यदि तुम मुझे फांसी लगा रस्सी लाकर दोगे तो 1 लाख रूपये दूंगा। जिसके झांसे में आकर आरोपी ने पूरी घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है।

एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार इनाम देने की घोषणा की

विज्ञान ने एक तरफ देश दुनिया और जानकारी से लोगों को जोड़ रखा है। ऐसे में इस तरह की घटना होना भी यह बताती है कि अन्धविश्वास और अशिक्षा की जड़े आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में अपना पैर पसारे हुए है। जहाँ कहीं अंधविश्वास के नाम पर बच्चों की बलि या महिलाओं की प्रताड़ना आज भी जारी है, जिसे खत्म करने की जरुरत समाज को है। बहरहाल पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक की साईकिल की चाबी, फांसी की रस्सी और नोट किया हुआ कागज जब्त कर लिया है। इस मामले में दोनों आरोपी के खिलाफ हत्या के षडयत्र व सबूत छुपाने का मामला पंजीबद्ध कर आरोपियों को जेल भेजा दिया गया। वहीं एसएसपी अजय यादव ने इस मामले का खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार इनाम देने की घोषणा की है।