Dec 18, 2018
अभिषेक सेमर - बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत उसलापुर में भाजपा समर्पित महिला सरपंच श्रीमती संतोषी ठाकुर का कब्जा है लेकिन उनका कामकाज उनके पति अशोक ठाकुर बतौर प्रतिनिधि करते है बताया जा रहा है कि अशोक ठाकुर भाजपा के पूर्व विधायक राजू सिंह क्षत्री के विधायक प्रतिनिधि होने का रौब अधिकारीयों में झाड़ते है वे भाजपा पार्टी में खुद की अच्छी पैठ होना बताते है! लिहाजा उनके खिलाफ अब तक तमाम शिकायते की जा चुकी है! लेकिन अधिकारीयों की ओर से कार्यवाही की सुई अब तक आगे नहीं बढ़ पाई है! जिससे शिकायतकर्ताओं का मनोबल हर बार कम हुआ है ऐसा ही एक ताजा मामला फिर से सामने आया है।
उपसरपंच रमेश टंडन ने की शिकायत
जिसमे इस बार शिकायत किसी और ने नहीं बल्कि ग्राम पंचायत उसलापुर के उपसरपंच रमेश टंडन ने की है इससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत में किस कदर आर्थिक अनिमितता और पेशन घोटाला का आलाम बना हुआ है इस संबध में ग्राम पंचायत उसलापुर के उपसरपंच रमेश टंडन से बातचीत में बताया कि- महिला सरपंच नाम मात्र की सरपंच है वे पंचायत में रबर स्टाम्प बन कर रह गई है उनका सारा काम-काज और पंचायत के तमाम विकास पर अशोक ठाकुर का हस्ताक्षेप होता है।
अधिकारी भी नहीं कर रहे कोई कार्यवाही
उसलापुर के उपसरपंच रमेश टंडन ने बताया- पिछले कई महीनों से ग्राम पंचायत के हितग्राहियों को वृद्धा पेशन, सुखद सहारा पेंशन, दिव्यांग पेंशन और विधवा पेंशन के पात्र हितग्राहियों का पेशन नहीं मिल पाया है इस संबंध में हितग्राही सरपंच अशोक ठाकुर के घर जाते है तो उनसे दो चार होना पड़ता है दुर्व्यवहार और पेंशन नहीं मिलने की धमकी दी जाती है और कहा जाता है कि तुमको जहाँ शिकायत करना है कर देना मेरे कोई कुछ नहीं कर सकता क्योंकि मेरे अधिकारीयों और नेताओं के बीच अच्छे संबंध है तुम्हारे शिकायत से मेरे खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो सकेगी।
स्वराज एक्सप्रेस की टीम ने की बातचीत
ग्राम पंचायत उसलापुर सरपंच पर आर्थिक अनिमितता और पेंशन घोटाला करने के गंभीर आरोप पर स्वराज एक्सप्रेस की टीम ने तखतपुर के जनपद पंचायत सीइओ हिमांशु गुप्ता से बातचीत की उन्होंने ने कहा-मामले में मुझ तक मौखिक शिकायत नही मिली है ये गंभीर विषय है इस पर संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी! वहीँ उसलापुर के सरपंच श्रीमती संतोषी ठाकुर से उनका पक्ष जानने की कोशिक की गई तो उनसे मुलाक़ात नहीं हो सकी जिस पर सरपंच पति (प्रतिनिधि) अशोक सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि- हमने सबसे ज्यादा विकास ग्राम पंचायत में किया है मेरे खिलाफ जो भी आरोप लग रहें है वे बेबुनियाद है! हमने कोई गडबडी नहीं की है! हम सभी तरह की जांच के लिए तैयार है।
आरोपियों नें मामला ठहराया बेबुनियाद
गौरतबल है कि इस मामले में एक तरह तमाम शिकायतें ग्राम पंचायत सरपंच और उनके प्रतिनिधि पर लग रहें है तो दूसरी तरफ ये जनप्रतिनिधि अपने ग्राम के उपसरपंच की शिकायत को ही झूठा ठहरा रहें है लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में जांच के बाद किसके आरोप और प्रत्यारोप में कितना दम है ये तो जांच के बाद परिणाम रिपोर्ट ही तय करेगा।