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अभी-अभी:

माता पिता दर दर की ठोकरें खाने के लिए हुए मजबूर

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Jan 20, 2018

अशोकनगर। मध्यप्रदेश सरकार भले ही आनन्दोत्सव मनाकर लोगों को खुशियां देने में जुटी है लेकिन एक बुजुर्ग दंपति के जीवन में उसकी बेटी दामाद ने ही खुशियाँ छीन ली। अपनी इकलौती बेटी के जीवन को रोशन करने वाले माता-पिता गौरा बाई (75) वर्ष और खुमान सिंह रघुवंशी (80)वर्ष को बेटी सुशीला, दामाद रघुराज सिंह ने धोखे से मकान जमीन बिकवाकर दर-दर की ठोकरें खाने लिए छोड़ दिया। घटना अनुसार एक अजनबी बुजुर्ग दम्पति पिछले दो दिन से शाढ़ौरा बस स्टैंड पर यहाँ वहाँ घूमते हुए लोगों को दिखे। शाढ़ौरा कस्वे में अजनवी होने से जव लोगों ने पूछताछ की तो बुजुर्ग दम्पति ने रोते हुए अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, कि मेरी इकलोती बेटी सुशीला और दामाद रघुराज सिंह एस.डी.ओ सिचाई विभाग सीताराम कॉलोनी गुना में रहते है चार मंजिल मकान है दो-दो चार पहिया गाड़ी है। हमारी जमीन मकान बिकवा दिए हमसे कहा कि अभी यह बेंच दो फिर कहाँ सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाओगे। मेरा अशोकनगर का मकान और तारावली की जमीन बेंच दी और अव हमें बेघर कर दिया दो दिन पहले रात में कार से यहाँ छोड़ गए कुल तीन हजार रूपये देकर गए है। अव हम एक किराये के मकान में रहे रहे है। इतने में बुजुर्ग महिला रोने लगी और कहा कि बुढ़ापे में खुद से चलते नहीं बनता आँखों से सही दीखता नहीं कैसे खाना बनाएंगे और इनकी (पति ) सेवा करूँ। बेटी को सब कुछ माना और बेटी दामाद ने जैसा कहा किया पर अव हमें बेघर कर दिया। कहाँ जायें। इतना सुनते ही बुजुर्ग खुमान सिंह कहने लगे हम वृद्धाश्रम जायेंगे। बकील करेंगे केस लड़ेंगे। और अपनी जमीन और मकान का पैसा लेकर रहेंगें। बुजुर्गो की आपबीती और स्तिथि देख सुन लोगों के भी आँखों से आंसू निकल आये और लोग कहने लगे हे राम कोई औलाद ऐसी न हो।