Nov 23, 2025
खंडवा में किसान की आत्महत्या: कर्ज का बोझ या पारिवारिक विवाद?
खंडवा जिले के हापला गांव में 36 वर्षीय किसान अखिलेश सोलंकी ने अपने खेत में पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने इसे कर्ज और फसल खराब होने का नतीजा बताया, जबकि प्रशासन ने प्रारंभिक जांच में पारिवारिक कलह को मुख्य वजह माना। मृतक पर करीब 3 लाख रुपये का कर्ज था, लेकिन कर्जदाता या बैंक की ओर से कोई दबाव या नोटिस नहीं दिया गया था। घटना से गांव में शोक की लहर है।
घटना का विवरण
हापला गांव निवासी अखिलेश सोलंकी ने खेत की मेढ़ पर लगे बबूल के पेड़ पर फंदा लगाकर जान दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए खंडवा जिला अस्पताल भिजवाया। मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
परिजनों का दावा
मृतक के भाई प्रदीप सोलंकी और अन्य परिजनों ने बताया कि पिछले दो-तीन साल से लगातार फसल खराब होने और कर्ज बढ़ने से अखिलेश बेहद तनाव में था। सोसाइटी, बैंक और साहूकारों का कुल 3 लाख से अधिक का कर्ज था। इस साल सोयाबीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई, जबकि मक्का और अरवी के भाव भी नहीं मिले।
परिवार की आर्थिक स्थिति
परिवार के पास कुल 8 एकड़ जमीन है, जिसमें दो भाइयों को चार-चार एकड़ मिली थी। लगातार नुकसान से आर्थिक हालत बदतर हो गई थी। परिजनों का कहना है कि कर्ज चुकाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था, जिससे अखिलेश मानसिक रूप से टूट गया।
गांव में बढ़ती चिंता
ग्राम सरपंच अर्जुन सिंह सोलंकी ने बताया कि गांव के कई किसान कम दाम और फसल नुकसान से परेशान हैं। कई लोगों पर कर्ज का बोझ है और मौजूदा हालात किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
प्रशासन का पक्ष
अपर कलेक्टर के.आर. बड़ोले ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पति-पत्नी के बीच अनबन और पारिवारिक कलह मुख्य वजह दिख रही है। कर्ज तो था, लेकिन उसे लेकर किसी ने परेशान नहीं किया और न ही कोई कानूनी नोटिस जारी हुआ था। जांच जारी है।







