Loading...
अभी-अभी:

शिक्षक ने बदली सरकारी स्कूल की तस्वीर, आदिवासी छात्रों के लिए बनाई आधुनिक प्रयोगशाला

image

Sep 30, 2019

कुशाल कुमार : देश में सरकारी स्कूलों की बदहाली की तस्वीर अक्सर आपने देखी होगी। लेकिन मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में केसला ब्लॉक अंतर्गत एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है, जहां के शिक्षक ने छात्रों के लिए वो कर दिखाया हे जिसे देखकर दूसरों को प्रेरणा मिल रही है। दरअसल शिक्षक राजेश पराशर ने मिसाल कायम करते हुए खुद अपने सरकारी वेतन के पैसे में कटौती कर करीब एक लाख रूपए खर्च कर खगोल विज्ञान की आधुनिक प्रयोगशाला बनाई है। 

आदिवासी बाहुल्य होने के कारा इस प्रयोगशाला को अलय विज्ञान सिखाऊ नाम दिया गया है, जिसका कोरकू भाषा में अर्थ होता हे हमें विज्ञान सीखना है। आदिवासी छात्र-छात्राएं विज्ञान को अच्छे से समझ सके इसके लिए जिले के आदिवासी ब्लॉक केसला के सरकारी उत्कृष्ट स्कूल में विज्ञान विषय के प्रयोगों के आधार पर समझाने के लिए यह प्रयोग शाला शिक्षक द्वारा बनाई गयी है। जिससे बच्चों का विज्ञान के प्रति मन से डर को दूर किया जा सके। 

शिक्षक राजेश पराशर की इस सराहनीय पहल से स्कूल के बच्चे भी बहुत खुश हे। वहीं शिक्षक की इस पहल के चलते इलाके के छात्र-छात्राओं में विज्ञान को लेकर रूचि बढ़ी हे। वही शिक्षक की इस पहल की सराहना स्कूल के प्राचार्य भी करने से नहीं चूक रहे है। सरकारी स्कूल बदइंतजामी और लापरवाही को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते है। लेकिन आदिवसी अंचल का ये स्कूल पूरे जिले के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है। वहीं स्कूल के शिक्षक राजेश पराशर ने यह कर दिखाया है कि अगर शिक्षक ठान ले तो सरकारी स्कूलों की तस्वीर और तकदीर दोनों बदली जा सकती है। इस शिक्षक की एक कोशिश ने न सिर्फ पढ़ने का तरीका बदला है बल्कि विज्ञान के प्रति छात्र-छात्राओं का नजरिया भी बदल दिया।