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बांग्लादेश के हालात पर दिल्ली में हलचल तेज़ , केंद्र सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

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Aug 6, 2024

बांग्लादेश में हिंसा ज्यादा भड़कने के बाद और आंदोलनकारियों के प्रधानमंत्री आवास में घुस जाने के बाद देश के हालात काबू से बहार हो गये. जिसके चलते बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा. प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना को बांग्लादेश तक छोड़ना पड़ा . जानकारी के मुताबिक देश छोड़ने के बाद शेख हसीना भारत पहुंच गई थी. यहां पर उनका हेलिकॉप्टर हिंडन एयरबेस पर उतरा था. भारत में शेख हसीना को सुरक्षा भी प्रदान की गई है. खबरों की माने तो शेख हसीना ने ब्रिटेन से शरण मांगी है. ब्रिटेन की तरफ से आधिकारिक पुष्टी होने तक बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री भारत में ही रहेंगी और फिर भारत से ही ब्रिटेन जाएंगी. भारत में उनकी मुलाकात सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से हो चुकी है.  बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अब कभी राजनीतिक वापसी बांग्लादेश में नहीं करने वाली है. ऐसा उनके बेेटे ने बयान दे दिया है. भारत पूरे मामले पर अपनी चौकन्नी नज़र बनाये हुए है. 

 

अभी बांग्लादेश में कैसे हालात ? 

बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार (05 अगस्त) को कहा कि 'हमने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसके साथ ही राष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को भी रिहा करने का आदेश दिया है, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद नजरबंद हैं. शहाबुद्दीन ने संसद भंग कर अंतरिम सरकार बनाने का भी ऐलान किया.

केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई

बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के बीच दिल्ली में हलचल बढ़ गई है. केंद्र सरकार ने पड़ोसी देश के हालात पर चर्चा के लिए संसद भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर बांग्लादेश के राजनीतिक हालात के बारे में जानकारी देंगे. सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार के मंत्री के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे

विरोध के पीछे बीएनपी का हाथ: अवामी लीग

सत्ता परिवर्तन से पहले बांग्लादेश में सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी ने देशव्यापी हिंसा के पीछे बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) पर आरोप लगाया है. अवामी लीग के मुताबिक, आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग से पता चलता है कि वास्तव में विरोध प्रदर्शन के पीछे छात्र नहीं, बल्कि देश की मुख्य विपक्षी राजनीतिक पार्टी - बीएनपी और प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी हैं. उनका मकसद किसी भी तरह से देश में सत्ता हासिल करना है. प्रशासन भी लगातार छात्र संगठनों पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रहा है.

बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमा सुरक्षित: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल

बांग्लादेश में अशांति पर चिंता के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ भारत की सीमा सुरक्षित है. लोगों को किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए.' इसके अलावा राज्यपाल ने एक 'निगरानी समिति' का भी गठन किया है, जो जनता को झूठी सूचनाओं और अफवाहों के बारे में चौबीसों घंटे सूचित करती रहेगी. बोस ने आगे कहा कि 'अफवाहें और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.'

Report By:
Devashish Upadhyay.