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वकील ने अधिकारी के नाम फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले 12 लाख, पता चलने पर अधिकारी के उड़े होश

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Mar 4, 2023

जांजगीर चाम्पा। जांजगीर चाम्पा जिला के नवागढ़ में वकील ने अधिकारी का फर्जी आदेश निकल अलग-अलग 3 प्रकरण में 12 लाख रुपये का आदेश जारी कर दिया था। मामले का खुलासा कलेक्टर कार्यालय में सबंधित विभाग के क्लर्क ने दस्तावेज में कुछ कमी पा कर मामले का परीक्षण किया तब घोटाला का खुलासा हुआ और वकील द्वारा फर्जी पत्र क्रमांक डाल कर शाखा प्रभारी संयुक्त कलेक्टर और क्लर्क का हस्ताक्षर कर तीन प्रकरण में 4 - 4 लाख जारी करने का आदेश जारी किया था। मामले की जाँच के बाद जांजगीर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। 
प्राकृतिक आपादा में मृत हुए व्यक्ति के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सहयोग राशि में भी अब अपराधियों की नजर है और आरबीसी 6, 4 (राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4) के तहत फर्जी मामला बनाकर शासन को चुना लगाने में जुटे हुए है। मामले का खुलासा तब हुआ जब संयुक्त कलेक्टर के हस्ताक्षर से जारी किये गए 4 - 4 लाख रुपये स्वीकृति करने के आदेश की कॉपी सम्बंधित विभाग मे पहुंची। आदेश पर अमल करने विभाग का क्लर्क दस्तावेज परीक्षण करते समय आदेश की कॉपी मे कुछ गड़बड़ी पाया और उसे लेकर संयुक्त कलेक्टर निशा नेताम मरावी के पास पंहुचा। आदेश कॉपी को देखकर संयुक्त कलेक्टर के होश उड़ गए और उस आदेश मे अपने हस्ताक्षर से मिलता जुलता हस्ताक्षर ने शंका और बढ़ा दी। जिसके बाद प्रकरण सम्बन्धी दस्तावेज खांगला गया लेकिन आदेश में जारी किसी भी नाम का कोई प्रकरण नहीं होने की जानकारी सामने आई और संयुक्त कलेक्टर ने सम्बंधित वकील के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए है। नवागढ़ तहसील कार्यालय में लंबे समय से वकालत कर रहे आरोपी टीआर घृतलहरे ने संयुक्त कलेक्टर के सामने इस प्रकरण के विषय मे गोलमोल जवाब देने लगा, और खुद अपनी जाल मे फंस गया। 
संयुक्त कलेक्टर निशा नेताम मड़ावी ने बताया कि वकील द्वारा आरबीसी 6-4 के तीन आदेश जिसमें शाखा प्रभारी और शाखा लिपिक का फर्जी हस्ताक्षर करके राशि का आहरण किया जा रहा था. संयुक्त कलेक्टर ने बताया कि जब कार्यालय के जावक पंजी का जब मिलान किया गया जो उसमें प्रकरण दर्ज नहीं था.मामला संज्ञान मे आने के बाद भुगतान नहीं किया गया है, अब संबंधित वकील के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।