Mar 18, 2019
हेमन्त शर्मा- शंकर नगर में दिन दहाड़े आफिस में हुई चोरी के मामले में कंपनी के ही कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने आफिस के अलमारी में रखे साढ़े सत्रह लाख रुपये पार कर दिए थे। पूरी घटना शंकर नगर सेक्टर 2 के आरके ट्रांसपोर्ट और कंस्ट्रक्शन के आफिस में 14 मार्च को हुई थी। चोरी के इस मामले को सिविल लाइन थाना पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही सुलझा लिया।
28 लाख रूपये अलमारी में ही रखा गया था
दरअसल प्रार्थी पार्थ सिंघल ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह मकान नंबर-ए104 स्वर्णभूमि विधानसभा रोड जिला रायपुर में रहता है। एचआईजी 10 मदन काम्पलेक्स के पीछे सेक्टर 02 शंकर नगर रायपुर में आर.के. ट्रांसपोर्ट एण्ड कंस्ट्रक्शन लिमि. कंपनी के नाम से रायपुर शाखा है, जिसको प्रार्थी चलाता है। 27 फरवरी से 10 मार्च तक कलेक्शन किये हुये जुमला रकम 31 लाख रूपये इकट्टठा कर आफिस के अलमारी में रखा था। दिनांक 14 मार्च को भी परचेज आफिसर मोहम्मद स्माईल गुंता ने गिनकर बताया था। जिस पर प्रार्थी ने विश्वास किया था। उसके बाद प्रार्थी ने 03 लाख रूपये उसमें से उपयोग किया, बाकी रकम 28 लाख रूपये अलमारी में ही रखा था। अलमारी बंद कर चाबी परचेज आफिसर को दे दिया।
कंपनी के कर्मचारी अनिल कुमार ने अपना गुनाह कबूला
शाम करीबन 07.30 बजे परचेज आफिसर मो. स्माईल गुंता ने प्रार्थी को बताया कि 10 लाख 50 हजार रूपये अलमारी में रखा हुआ है तथा 17 लाख 50 हजार रूपये कोई चोर आलमारी को खोलकर चोरी कर ले गया है। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 173/19 धारा 379 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया। इसके बाद थाना सिविल लाईन की टीम द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर प्रार्थी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई। घटना स्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगालने के साथ - साथ तकनीकी विश्लेषण किया गया। टीम द्वारा प्रार्थी की कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों व नौकरों से घटना के संबंध में बारीकी से पूछताछ करने के साथ-साथ पूर्व में काम छोड़ चुके कर्मचारियों व नौकरों की पूछताछ कर जानकारियां एकत्र की गई, जिसमें वर्तमान में कार्यरत कंपनी के कर्मचारी अनिल कुमार की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। जिस पर अनिल कुमार से पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार के अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताते हुए बार-बार अपना बयान बदलकर लगातार पुलिस टीम को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। परंतु टीम द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर अंततः अनिल कुमार द्वारा उक्त चोरी की घटना को स्वीकार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने मौका पाकर आलमारी से नगदी रकम की चोरी की थी। आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से चोरी की नगदी 17,50,000/- रूपये जब्त कर लिया गया।