Oct 29, 2016
दंतेवाड़ा। जिले के ग्रामीणों ने पुलिस और नकस्ली प्रताड़ना से बचने के लिए सामाजिक मंच बनाने का फैसला किया है। यह फैसला शुक्रवार को ग्रामीणों आम बैठक में लिया गया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दंतेवाड़ा के कोया कुटेल भवन में आयोजित बैठक में पदाधिकारियों ने आदिवासी को प्रताड़ित और पीड़ित बताया। कोया कुटेल समाज के जिला अध्यक्ष सुरेश कर्मा ने कहा कि नक्सली कभी पुलिस मुखबिर बताकर मार देती हैं। वहीं कभी पुलिस आदिवासियों को नक्सलियों का सहयोगी बताकर उठा लेती है। दोनों तरफ से आदिवासी ही मारे जा रहे हैं।सरकार और पुलिस के साथ कुछ स्वार्थी तत्व भी आदिवासियों पर खुलेआम हमला कर रहे हैं। उन्होंने बुरगुम में निर्दोषों को नक्सली सहयोगी और नक्सली बताकर मारने व ताड़मेटला मामले में आदिवासी एसपीओ पर कार्रवाई किए जाने पर विरोध दर्ज कराया है।