Aug 5, 2022
गरियाबंद में रोजगार और बेरोजगारी भत्ते को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने धरना प्रदर्शन किया और मांगों को लेकर SDM कार्यालय का घेराव कर राज्यपाल के नाम से ज्ञापन सौंपा कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में युवाओं से कई वादे किए थे जो अब तक पूरा नहीं किए गए है सरकार ने युवाओं के साथ वादाखिलाफी की है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा सड़क की लड़ाई लड़ रही है। युवाओं को नौकरी और शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही गई थी, लेकिन इस पर राज्य सरकार चुप्पी साधे हुई है। युवाओं को इन्होंने सिर्फ ठगने का काम किया है।
धरना प्रदर्शन के पश्चात भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने सैकड़ों की संख्या में बरसते पानी के बीच पैदल मार्च करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे और मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने संबोधित करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार की चुनावी जन घोषणा पत्र में किए गए 36 वायदों को लेकर तीखे प्रहार किए। और कहा कि चुनाव से पूर्व कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की आम जनता से बड़े-बड़े लोक-लुभावनें वायदा किए थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं। उन्हीं वायदों में युवाओं के लिए भी घोषणाएं की गई थी, जिसमें युवाओं को रोजगार एवं शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने की थी। जो कि युवाओं को अब तक नहीं मिल पाई है। राज्य की कांग्रेस सरकार बड़े-बड़े फ्लेक्स लगाकर पांच लाख युवाओं को रोजगार दिए जाने की बात करती है और वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा में लगभग 20 हजार युवाओं को नौकरी दिए जाने का आंकड़ा पेश करती है।
इसके साथ ही पुलिस प्रताड़ना की वजह से आत्महत्या किए युवक राजेन्द्र साहनी के दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर भाजयुमो के नेता और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। पुलिस प्रशासन ने कार्यालय के मुख्य गेट पर बेरिकेट्स और पुलिस बल तैनात किए गए थे। जिसे भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट्स को तोड़ते हुए कार्यालय के मुख्य गेट पर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ता एवं पुलिस बल के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
वही प्रताड़ित परिवार के विधवा महिला भारती सहनी ने बोली कि अब तक मेरे पति को प्रताड़ित करने वाले पुलिस अधिकारी पर कोई कार्यवाही नही किया गया। और ना ही कोई अधिकारी हमारे परिवार से मिलने आये। हमे अब तक न्याय नही मिला।