Dec 22, 2022
रायपुर के समीप हीरापुर जरवाई के गौठाना में महिला स्वयं सहायता समूह की ओर से गाय के गोबर से पेंट तैयार किया जा रहा है। पेंट का उत्पादन अप्रैल 2022 से शुरू हुआ और अब तक समूह की महिलाओं द्वारा तीन हजार लीटर पेंट का उत्पादन और बिक्री की जा चुकी है।
केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के फैसले से सहमत हैं। उन्होंने सरकारी भवनों की रंगाई में गोबर से पेंट का प्रयोग करने के राज्य सरकार के निर्णय को सराहनीय एवं स्वागत योग्य कदम बताया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के इस कर्म योग को कोई कर्मयोगी ही समझ सकता है।
मुख्यमंत्री ने गोबर से पेंट से रंगने का आदेश दिया
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दो दिन पहले राज्य के सभी सरकारी भवनों में गोबर से पेंट अनिवार्य कर दिया था। मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में कहा है कि इसका उल्लंघन करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्माण विभागों द्वारा केमिकल पेंट के इस्तेमाल पर नाराजगी जताई है। गोबर डाई का प्रयोग ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा।
केंद्रीय मंत्री की तारीफ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस फैसले की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी तारीफ की है। उन्होंने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, 'मैं छत्तीसगढ़ के सरकारी विभागीय ढांचों में गाय के गोबर से बने प्राकृतिक पेंट का उपयोग करने के अधिकारियों को निर्देश देने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को बधाई देता हूं। उनका फैसला सराहनीय और स्वागत योग्य है।
केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट पर मुख्यमंत्री बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, 'धन्यवाद! आदरणीय नितिन गडकरी जी छत्तीसगढ़ सरकार के इस कर्म योग को 'कर्मयोगी' ही समझ सकते हैं। केवल शब्दों से नहीं, नेक नीयत से देश और प्रदेश दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं। गाय और श्रम का सम्मान गांधी का तरीका है। हम उस पर आगे बढ़ रहे हैं।
नितिन गडकरी ने गाय के गोबर से पेंट बनाने का ऐलान किया
2020 में तत्कालीन मोदी सरकार में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री रहे नितिन गडकरी ने गाय के गोबर से पेंट बनाने की योजना की घोषणा की थी। उन्होंने कहा, उस समय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों को अतिरिक्त आय देने के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से हम जल्द ही गाय के गोबर से बना वैदिक पेंट लॉन्च करने जा रहे हैं। इससे पशुपालन करने वाले किसानों को हर साल करीब 55 हजार रुपये का लाभ होगा। इस कैटेगरी का पहला पेंट 2021 में लॉन्च किया जाएगा।