May 25, 2023
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक और बुरी खबर आई है. इस बार मादा चीता ज्वाला के दो शावकों ने दम तोड़ दिया है. इससे पहले बीते मंगलवार को ही एक शावक की मौत हो गई थी. अब लगातार हो रही इन मौतों से कूनो में एक मायूसी छा गई है क्युकी जिस उत्साह के साथ सरकार ने इस प्रोजेक्ट की शिरुवात की थी वो अब पूरी तरह चिंता के बीच है. चीता ज्वाला ने 27 मार्च को ही 4 शावकों को जन्म दिया था और इस बात से कूनो नेशनल पार्क के साथ मध्यप्रदेश में भी सब बहुत खुश थे. नेताओं ने तो इसे एक उपलब्धि समझ कर बहुत ट्वीट भी किए थे. अब चार शावकों में से एक ही शावक बचा है .
शावकों की मौत का कारण क्या है ?
कूनो के प्रबंधन की माने तो शावकों को तेज़ गर्मी नहीं सहन हो पाई और इसी वजह से शायद उनकी मौत हो गई है . बचे हुए एक शावक की भी हालत नाज़ुक है. अब कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 18 रह गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने उनके जन्मदिन पर बहुत धूम-धाम से नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को रिलीज़ किया था. इसके बाद साउथ अफ्रीका से 12 चीतों को और लाया गया था. अब इन चीतों की लगातार हो रही मौतों पर कई सवाल उठ रहे है. कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से यह सवाल किया था की सिर्फ मध्यप्रदेश में ही क्यों चीतों को रखना है. कोर्ट ने यह भी सलाह दी थी की राजनीति से ऊपर उठ कर सरकार को चीतों की चिंता करनी चाहिए.
कब -कब हुई चीतों की मौत
26 मार्च को नामीबिया से लाई गई साशा की मौत
23 अप्रैल को चीता उदय की मौत
9 मई को मादा चीता दक्षा की मौत
23 मई को मादा चीता ज्वाला के एक शावक की मौत
25 मई को मादा चीता ज्वाला के दो और शावकों की मौत