May 25, 2023
उन्होंने साफ़ कहा की उनका समाज उन्हें ही अपने कार्यक्रम में नहीं बुलाता
यादव समाज के एक सम्मेलन में जहाँ केंद्रीय मंत्री सिंधिया मौजूद थे पर क्षेत्रीय सांसद केपी यादव को उनके समाज के कार्यक्रम में ही न्योता नहीं दिया गया. बस इसी बात को लेकर सांसद केपी यादव ने अपना दुःख साझा किया है . उन्होंने सिंधिया समर्थक विधायकों पर भी आरोप लगाते हुए कहा की अब वो सब बीजेपी में तो आ गये है पर अब भी सब का दिल कांग्रेस के लिए धड़कता है . सिंधिया और केपी यादव के बिच की यह तनातनी अब सब लोगो के सामने है. कभी केपी यादव आरोप लगाते तो सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायक तुरंत उनका जवाब देते . अब नवंबर के अंत में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव होने है और इसी वजह से सब नेता एक्टिव है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अब लगातार मध्यप्रदेश के दौरे पर है जिनमे ख़ास तौर पर गुना और ग्वालियर शामिल है . कार्यक्रमों में सिंधिया कभी माफ़ी मांगते हुए नज़र आते है तो कभी स्थानीय लोगो से कहते है की उन्हें सब की याद बहुत आती है .
अब अपने लोकसभा क्षेत्र में सिंधिया की एक्टिवनेस देख कर स्थानीय सांसद केपी यादव भी मुखर हो गए है और सिंधिया पर सीधे तंज़ कस्ते हुए कह रहे है की वो लोगो से माफ़ी क्यों मांग रहे है जबकी क्षेत्र में बीजेपी का सांसद है . सिंधिया के लगातार हो रहे दौरे पर यह भी कयास लगाए जा रहे है की हो सकता है की गुना से अब सिंधिया बीजेपी के उम्मीदवार लोकसभा के चुनाव में हो . इसी बात से चिंतित केपी यादव को इस बात का अंदेशा शायद हो गया है और अब वो खुल कर सिंधिया और उनके समर्थको के बारे में बोल रहे है.
2019 का लोकसभा चुनाव केपी यादव से हारे थे सिंधिया
2019 में मध्यप्रदेश की वीआईपी सीट गुना ,जहां से सिंधिया चुनाव लड़ते थे . 2019 के लोकसभा चुनावों में सब को चौकाते हुए इस सीट का नतीजा सामने आया और कभी सिंधिया के समर्थक रहे केपी यादव ने ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव हरा दिया . बाद में मध्यप्रदेश के राजनीति में कुछ उतार चढ़ाव आये और सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए , कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया. अब सिंधिया बीजेपी के हो गए थे और उनकी वजह से बीजेपी एक बार फिर प्रदेश में सरकार बना पाई थी. तब से ही केपी यादव को नज़रअंदाज़ी महसूस होनी लगी और अब वो इन्ही बातो को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहते है.