May 6, 2023
राज्य सरकार ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए डीजीपी को गश्त पर जाने का निर्देश दिया है
कांबिंग ऑपरेशन से आम आदमी असामाजिक तत्वों से सुरक्षित महसूस करता है। पेट्रोलिंग अभियान में, डीजीपी और अन्य रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में 20,000 से अधिक पुलिसकर्मी शनिवार को अपने जिलों की सड़कों पर उतरे। शाम छह बजे से शुरू हुई पेट्रोलिंग साढ़े आठ बजे खत्म हुई। सूत्रों ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए डीजीपी को गश्त पर जाने का निर्देश दिया है।
भोपाल में डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने पुलिस बल का नेतृत्व किया और उनके साथ 10 किलोमीटर तक मार्च किया। उन्होंने टीटी नगर से पेट्रोलिंग शुरू की, जो बजरिया थाने पर समाप्त हुई । इस अभ्यास का उद्देश्य लोगों को सुरक्षित और आश्वस्त महसूस कराना था कि पुलिस पहरे पर है। कांबिंग ऑपरेशन से आम आदमी असामाजिक तत्वों से सुरक्षित महसूस करता है।
शनिवार को पेट्रोलिंग के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर अधिक से अधिक पुलिस बल एकत्रित किया गया, टीमों का गठन किया गया।
पेट्रोलिंग के दौरान भोपाल में डीजीपी व प्रदेश भर के अन्य रैंक के अधिकारियों ने कानून व्यवस्था की समस्या को लेकर लोगों से बातचीत की। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने व्यवसायियों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानीं।
पेट्रोलिंग पुलिस कर्मियों को उनके क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति जानने में मदद करती है ताकि वे आपात स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया कर सकें। इस साल जनवरी में हुए डीजीपी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नियमित गश्त पर जाने के लिए कहा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में उन्हें सड़कों पर अपनी दृश्यता बढ़ाने के लिए कहा है।
इससे पहले 11 दिसंबर 2022: पहली बार पूरे राज्य की पुलिस ने रात भर एक साथ पेट्रोलिंग की. इसमें 17 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था। कांबिंग ऑपरेशन के दौरान एक ही रात में 9500 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।








