May 28, 2018
मध्यप्रदेश में 2003 तक कांग्रस की सरकार थी तब तक धन की कोई कमी नही थी हाथ से सत्ता जाते ही पार्टी की आर्थिक सेहत पर भी असर पड़ने लगा। सूत्रों के मुताबिक विधायक भी चंदा देने को तैयार नहीं हैं पार्टी खर्चे को लेकर एआईसीसी भी चिंतित है कांग्रेस की आंतरिक रिपोर्ट के मुताबिक इसी वर्ष मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान व मिजोरम में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी को 1000 करोड़ की जरूरत है।
चंदा जुटाने राज्यों को टारगेट दिए गए हैं रिपोर्ट में कहा है कि गुजरात व हिमाचल प्रदेश के चुनावों में कांग्रेस, भाजपा के चुनाव अभियान व धनबल का मुकाबला नहीं कर पाई। रिपोर्ट में सुझाव दिए हैं कि सभी पीसीसी अपने खर्चे कम करें, बड़े औद्योगिक घरानों से चर्चा कर फंड जुटाएं।
एआईसीसी ने आमजन से चंदा मांगा है इसके लिए पार्टी ने अपनी अधिकृत बेवासाइट और ट्वीटर एकाउंट में आमजन से सहयोग राशि मांगी है ऑनलाइन चंदे के माध्यम से कम से कम 200 और अधिकतम 1000 रुपए का चंदा ऑनलाइन दिया जा सकता है कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पहले चंदे के रूप में 50 लाख, एक करोड़ आसानी से मिल जाते थे, अब ऐसा नहीं होता। लाख- दो लाख रुपए देने में भी लोग कतराते हैं कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मानक अग्रवाल का कहना है कि एआईसीसी ने सभी पीसीसी को निर्देश दिए है। आज पार्टी बड़ी कठिन परिस्थितियों से गुजर रही है। स्थानीय नेताओं, कार्यकर्ताओ से पार्टी ने सहायता देने की अपील की है।