Dec 5, 2022
आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉक्टर सुनील कपूर के उत्कृष्ट प्रबंधन कौशल का लोहा सब मानते हैं। अपने कार्य क्षेत्र में अपनी कार्यशैली और प्रबंधन क्षमता से उन्होंने साबित कर दिया है कि कार्य कैसे किया जाता है।यह डॉक्टर सुनील कपूर की कुशल संचालन और प्रबंधन क्षमता ही है जिससे आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी नई ऊंचाइयों पर पहुंच रही है। उनकी मैनेजमेंट इसके और लीडरशिप क्वालिटी से आरकेडीएफ की टीम पूरी लगन से कार्य करती है और संस्थान नित नए मुकाम हासिल करता जाता है।एक खास बातचीत में अपनी कौशल क्षमता के विकास के रहस्य खोलते हुए डॉक्टर कपूर ने बताया की स्किल डेवलपमेंट के पीछे लंबी मेहनत और अनुभव का हाथ होता है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हुए यह स्किल डेवलप किया है प्रबंधन कौशल टीम का नेतृत्व करने के साथ-साथ संगठन को सही ढंग से चलाने के लिए बेहद जरूरी होता है। डॉ. सुनील कपूर ने वर्ष 2003 से ऑप्टेल टेलीकम्युनिकेशंस लिमिटेड, मध्य प्रदेश सरकार के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वहां उन्हें पहले पेशेवर के रूप में सम्मानित और विश्वसनीय माना गया, जिन्हें मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दो इकाइयों के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई थी। यहां हमें उनके उत्कृष्ट प्रबंधकीय कौशल का प्रमाण मिला जो उन्होंने ऐसे महत्वपूर्ण पदों पर प्रदर्शित किया। इससे पहले, डॉ. कपूर ने चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, मंडीदीप, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था, जहां इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई एजेंसियों के साथ समन्वय किया। उन्होंने अपने शानदार प्रबंधन कौशल की बदौलत भोपाल के पास एक नए औद्योगिक एस्टेट में लगभग 350 औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित करने में कामयाबी हासिल की। इस दौरान उन्होंने चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के तहत उद्योगों की बेहतरी पर भी ध्यान केंद्रित किया।अच्छे प्रबंधन कौशल के सबसे बड़े संकेतों में से एक विश्लेषण और घाटे को मुनाफे में बदलना है और मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम लिमिटेड (MPSEDC) के अध्यक्ष के रूप में, डॉ. कपूर ने बिल्कुल यही किया। उनके कार्यकाल के दौरान पीएसयू पहली बार घाटे से बाहर आया और उन्होंने 18 साल के लिए कंपनी की घाटे में चलने वाली इकाई को लाभ कमाने वाली स्वस्थ वित्तीय इकाई में बदल दिया। उन्होंने वास्तव में अठारह वर्षों में किए गए सभी नुकसानों को केवल तेरह महीनों में पूरा कर लिया। इतना ही नहीं वह कर्मचारियों को बोनस देने में भी कामयाब रहे।इन सभी और अन्य चीजों ने डॉ सुनील कपूर को अपने प्रबंधकीय कौशल को विकसित करने और बढ़ाने में मदद की थी जिससे उन्हें भोपाल में RKDF विश्वविद्यालय की प्रगति सुनिश्चित करने में मदद मिली।
आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के बारे में -
आरकेडीएफ समूह ने भोपाल में (RKDF University) आरकेडीएफ विश्वविद्यालय की स्थापना की थी जो एक बहुआयामी विश्वविद्यालय है। यह 14 फरवरी 2012 को स्थापित किया गया था और आयुषमती एजुकेशन एंड सोशल सोसाइटी द्वारा प्रायोजित किया गया था। यह इंजीनियरिंग, फार्मेसी, प्रबंधन, होम्योपैथिक, नर्सिंग आदि जैसे कई विषयों और विशेषज्ञताओं को शामिल करता है। विश्वविद्यालय के भोपाल, इंदौर, सीहोर और रीवा जैसे शहरों में कई कॉलेज हैं। इसमें उन्नत प्रयोगशाला उपकरण, व्याख्यान देने के लिए आधुनिक शैक्षणिक उपकरण, ई-पत्रिकाओं सहित नवीनतम पुस्तकें और पत्रिकाएं जैसी कई आधुनिक सुविधाएं हैं।डॉ. सुनील कपूर का लक्ष्य भोपाल में आरकेडीएफ विश्वविद्यालय को अपने उत्कृष्ट प्रबंधन कौशल और ज्ञान का उपयोग करके नई ऊंचाइयों पर ले जाना है ताकि इससे विश्वविद्यालय के छात्रों को बहुत लाभ हो।