Oct 2, 2016
इंदौर। पैरों से कार चलाने वाले ड्राईवर विक्रम अग्निहोत्री को आखिरकार परिवहन विभाग ने ड्रायविंग लायसेंस दे दिया। विक्रम ढेड़ साल से परिवहन विभाग से ड्रायविंग लायसेंस की मांग कर रहे थे।दरअसल, एक हादसे में भले विक्रम अग्निहोत्री ने अपने दोनों हाथ गवां दिए थे। लेकिन उन्होेंने अपनी अपंगता को कमजोरी बनने नहीं दिया। दो साल से परिवहन विभाग से कार चलाने के लिए लायसेंस की मांग रहे थे। विक्रम आरटीओं से लेकर उप परिवहन आयुक्त को बैठाकर कार चला चुके है।
विक्रम का कहना है कि वे दिल्ली से लेह लद्दाख तक 3000 किलोमीटर कार चलाकर परिवहन के सामने अपनी काबिलियत सिद्ध करेंगे। विक्रम का कहना है कि इस यात्रा के दौरान वो आर्थिक मदद जुटाएंगे। जिसे वे दुसरे दिव्यांग लोगो की भलाई में लगाएंगे।
विक्रम ने बताया कि वे दिल्ली से लद्दाख तक अपनी यात्रा शुरू करेंगे। जो तकरीबन 18 दिनों में 3000 किलोमीटर सफर कर तय होगी। विक्रम को उम्मीद है कि उनकी ड्रायविंग पर सवालिया निशान उठाने वालो को वे जम्मू-कश्मीर और लेह लद्दाख की मुश्किल सड़कों पर भी ड्रायविंग कर जवाब दे पाएंगे। विभाग से लायसेंस मिलने पर विक्रम ने खुशी जाहिर की है।