Jul 14, 2023
'सूरज', नर अफ़्रीकी चीता, एक गश्ती दल द्वारा सुबह-सुबह मृत पाया गया
महत्वाकांक्षी चीता परियोजना को एक और बड़ा झटका, शुक्रवार को कूनो नेशनल पार्क (श्योपुर) में एक और चीते की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए नर चीता 'सूरज' की गर्दन और पीठ पर घाव था। इस साल मार्च से श्योपुर जिले के पार्क में मरने वाले चीतों की संख्या आठ हो गई है। केवल तीन दिन पहले ही पार्क में एक अन्य नर चीता, तेजस की मृत्यु हो गई थी।
ऐसे हुई चीते सूरज की मौत
सुबह 6.30 बजे निगरानी टीम को सूरज पालपुर पूर्वी वन परिक्षेत्र के मसावनी बीट में पड़ा मिला। एक अधिकारी ने बताया कि जब टीम के सदस्य करीब गए तो उन्होंने देखा कि उसकी गर्दन पर कीड़े मंडरा रहे हैं, लेकिन चीता फिर उठकर भाग गया। निगरानी टीम ने पालपुर स्थित नियंत्रण कक्ष को सतर्क कर दिया और पशु चिकित्सकों और वन अधिकारियों की एक टीम सुबह 9 बजे घटनास्थल पर पहुंची। जब सूरज की लोकेशन ट्रेस की गई तो टीम ने उसे मृत पाया। सूरज के गर्दन के ऊपरी हिस्से और पीठ पर जख्म थे। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा कि चीता परियोजना के तहत यह कोई अजीब बात नहीं है क्योंकि ट्रांसलोकेशन परियोजना के तहत चीतों की मौत की आशंका पहले से ही है।
इन चीतों की हो चुकी है मौत
26 मार्च- मादा चीता साशा
23 अप्रैल - नर चीता उदय
9 मई- मादा चीता दक्ष
23 मई - ज्वाला के तीन शावक
11 जुलाई- नर चीता तेजस
14 जुलाई- नर चीता सूरज