Jan 11, 2024
मध्यप्रदेश के शहर में बढ़ते प्रदूषण के कारण खराब हो रही हवा को शुद्ध करने के लिए नगर निगम रोड डस्ट फ्री कराएगा। इसके लिए नगर निगम ने ठेका भी दे दिया है। लेकिन एनजीटी के अन्य निर्देशों पर निगम अफसरों ने ध्यान तक नहीं दिया है। उन सभी निर्देशों को हवा में उड़ा दिया। यदि रोड डस्ट फ्री हो भी जाती हैं इसके बाद भी शहर से प्रदूषण कम होने वाला नहीं है। क्योंकि जबतक सड़क किनारे की जमीन पर पेव्ड नहीं लगेंगे तबतक धूल समाप्त नहीं हो सकती। इसी तरह से जगह जगह जलता कचरा, धुआं छोड़ते वाहन,ईंट भट्टे और औद्योगिक क्षेत्रों में लगी चिमनियों से निकलता धुआं बंद नहीं होता तब तक शहर की हवा खराब ही रहने वाली है।इसलिए निगम अफसरों को इन पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
एनजीटी ने शहर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए कुछ निर्देश जारी किए थे। जिसको लेकर संभागायुक्त ने नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्रशासन और यातायात पुलिस की एक बैठक ली थी। इस बैठक को हुए दो महीने का वक्त गुजर चला है, लेकिन जो निर्देश जारी किए गए थे उन पर अबतक अमल नहीं हो सका है। एनजीटी ने निर्देश देते हुए कहा थ कि शहर में रोड डस्ट फ्री हों ,अपेव्ड रोड होंगी पेव्ड, वाहन इमीशन,लेफ्ट टर्न पर 50 मीटर पहले मार्किंग , ईंट भटटे शहर से दूर , गार्बेज बर्निंग पर रोक, औद्योगिक प्रदूषण पर नियंत्रण ,जनजागृति कार्यक्रम और अभियान चलाए जाएं।