Jul 6, 2024
Bhopal : सदन का बजट सत्र महज पांच दिन में ही खत्म हो गया. विभिन्न विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा के बाद अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी. हालांकि, सत्र 19 जुलाई तक चलना था.
सरकार ने सभी विभागों के अनुदानों पर चर्चा करने में महज कुछ घंटे का समय लिया और 3.65 लाख करोड़ रुपये का बजट पारित कर दिया. शुक्रवार को विधेयक पारित होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सभी विभागों के बजट पर एक साथ चर्चा करने का प्रस्ताव रखा.
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने विजयवर्गीय के प्रस्ताव का विरोध किया और सभी विभागों के अनुदानों पर अलग-अलग चर्चा की मांग की. इसके बाद विपक्षी सदस्य सदन के वेल में पहुंच गए और कहा कि सरकार ने सत्र को बीच में ही खत्म करने की साजिश रची है.
विपक्ष की मांग पर स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर ने कोई ध्यान नहीं दिया. तोमर ने गिलोटिन लगाकर सभी विभागों की अनुदान मांगों पर एक साथ चर्चा कराने का फैसला किया. विपक्ष के नेता ने सभी विभागों की चर्चा एक साथ कराने के लिए मत विभाजन की मांग की. कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार चर्चा से भाग रही है. कांग्रेस ने कहा कि यही वजह है कि वह अलग-अलग विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा कराए बिना ही सत्र समाप्त करना चाहती है. विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस मांग को ठुकराते हुए बजट पर चर्चा शुरू कराई, लेकिन विपक्ष ने इसमें हिस्सा लिया. सदन ने सभी विभागों की अनुदान मांगों पर एक साथ चर्चा करने के बाद ध्वनिमत से बजट पारित कर दिया. सिंघार ने कहा कि सदन वह जगह है जहां चर्चा होती है, लेकिन सरकार इससे भाग रही है.