Jul 24, 2023
कुल 11 चीते - छह नर और पांच मादा अभी "बोमा" (बाड़े) के अंदर हैं
अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छह चीतों के रेडियो कॉलर को कूनो के पशु चिकित्सकों और नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों द्वारा उनके "स्वास्थ्य परीक्षण" के लिए हटा दिया गया है. बतादे कि इस साल मार्च से अब तक श्योपुर जिले के केएनपी में पांच वयस्क चीते और तीन शावकों की मौत हो चुकी है.
बाड़े के अंदर हैं 11 चीते
एक अधिकारी ने कहा, कुल 11 चीते - छह नर और पांच मादा - अभी "बोमा" (बाड़े) के अंदर हैं. अधिकारी ने कहा, "अब तक, स्वास्थ्य परीक्षण के आधार पर केएनपी पशु चिकित्सकों और नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों द्वारा छह चीतों के रेडियो कॉलर हटा दिए गए हैं." अधिकारी ने बताया कि जिन चीतों के रेडियो कॉलर हटा दिए गए हैं उनकी पहचान गौरव, शौर्य, पवन, पावक, आशा और धीरा के नाम से की गई है. उन्होंने बताया, "इन सभी चीतों की हालत स्वस्थ है." शनिवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह भी कहा गया, "नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों के साथ कूनो की पशु चिकित्सा टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के उद्देश्य से छह चीतों के रेडियो कॉलर हटा दिए गए हैं."
20 रेडियो कॉलर वाले चीतों का आयात किया गया था
प्रोजेक्ट चीता के तहत, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 रेडियो-कॉलर वाले जानवरों को केएनपी में आयात किया गया था और बाद में नामीबियाई चीता 'ज्वाला' से चार शावक पैदा हुए थे. इन 24 चीतों में से तीन शावकों समेत आठ की मौत हो चुकी है. 16 जुलाई को, पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 वयस्क चीतों में से पांच की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई और रेडियो कॉलर जैसे कारणों को जिम्मेदार ठहराने वाली मीडिया रिपोर्टें "वैज्ञानिक सबूत के बिना अटकलों और अफवाहों" पर आधारित थीं.








