Dec 21, 2025
कोहरे की सफेद चादर में लिपटा मध्यप्रदेश: सर्दी ने ठप किया जनजीवन
मध्यप्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। राज्य के उत्तरी और पूर्वी इलाकों में कोहरे की मोटी परत ने दृश्यता को बेहद कम कर दिया है, जिससे सड़कें, रेल और रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है। लोग घरों में दुबके हुए हैं और बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।150923,2ad9f6
रीवा में मात्र 50 मीटर दृश्यता, कई जिलों में शून्य विजिबिलिटी
सबसे गंभीर हालात रीवा में हैं, जहां विजिबिलिटी सिर्फ 50 मीटर तक सिमट गई। ग्वालियर और खजुराहो में तो दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई। दमोह, नरसिंहपुर, सीधी जैसे जिलों में 200 मीटर से एक किलोमीटर तक ही दिखाई दे रहा है। भोपाल, उज्जैन और सागर में भी कोहरा छाया होने से 2-4 किलोमीटर की सीमित दृश्यता रही। करीब 20 जिलों में घना कोहरा और शीतलहर का कहर जारी है।
ट्रेनें घंटों लेट, रेल यातायात ठप
कोहरे का असर रेल सेवाओं पर सबसे ज्यादा पड़ा है। दिल्ली से आने वाली कई ट्रेनें रोजाना देरी से चल रही हैं। मालवा एक्सप्रेस 6 घंटे और झेलम एक्सप्रेस साढ़े 9 घंटे लेट रही। आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुईं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ठंडी हवाओं ने बढ़ाई गलन, अलाव का सहारा
ग्वालियर में कोल्ड डे रहा, जहां तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम दर्ज हुआ। शहडोल में ठंडी हवाएं चलने से दिन में भी गलन बनी रही। लोग अलाव और गर्म कपड़ों पर निर्भर हैं, लेकिन ये भी पर्याप्त नहीं। शाम ढलते ही सड़कें सूनी हो जा रही हैं। राहगीरों, मजदूरों और ऑटो चालकों को रात में सबसे ज्यादा मुश्किल हो रही है। ठंड से बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।







