May 8, 2025
MP में कामकाजी महिलाओं को बड़ी सौगात: भोपाल-इंदौर सहित 10 शहरों में बनेंगे सुरक्षित और सस्ते हॉस्टल
भोपाल। मध्यप्रदेश की कामकाजी महिलाओं को अब शहरों में किराए की टेंशन से छुटकारा मिलेगा। 'मोहन सरकार' ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए 10 शहरों में 'वर्किंग वुमन हॉस्टल' बनाने की योजना तैयार की है। इनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।
कम खर्चे में ज्यादा सुविधा, सुरक्षा की पुख्ता गारंटी
इन हॉस्टलों में सिंगल, डबल और ट्रिपल शेयरिंग रूम होंगे जिनमें अटैच टॉयलेट, स्टडी टेबल, अलमारी, कॉमन किचन, डाइनिंग हॉल और सुरक्षा गार्ड्स की सुविधा रहेगी। महिलाओं को सस्ती दरों पर दो टाइम का भोजन, चाय और नाश्ता भी मिलेगा।
मां भी रहेंगी बेफिक्र, बच्चों के लिए डे-केयर रूम की सुविधा
जिन कामकाजी महिलाओं के छोटे बच्चे हैं, उनके लिए डे-केयर रूम बनाए जाएंगे ताकि बच्चों की देखभाल और महिला की नौकरी दोनों सुरक्षित रह सके।
दिव्यांग महिलाओं और सुरक्षा का खास ख्याल
हर हॉस्टल में रैम्प, वॉकिंग ट्रैक, गार्ड रूम और पार्किंग की व्यवस्था होगी। दिव्यांग महिलाओं के लिए सुविधाएं विशेष रूप से डिज़ाइन की जाएंगी।
महिलाओं को मिलेगा आत्मनिर्भरता का नया ठिकाना
हॉस्टल परिसर में जरूरत के सामान की दुकानें होंगी, जिनका संचालन महिला उद्यमियों को प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा।
इन शहरों में शुरू होगा पहला चरण
पहले चरण में जिन 10 शहरों में हॉस्टल बनेंगे, वे हैं:
भोपाल, मंडीदीप, इंदौर, पीथमपुर, जबलपुर, ग्वालियर, देवास, उज्जैन, धार और सागर।
दूसरे चरण में अन्य शहरों को शामिल किया जाएगा।
निर्माण के दो मॉडल: नगरीय निकाय और PPP आधार पर
सरकार ने दो मॉडल तय किए हैं—एक में निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी नगर निगमों की होगी, जबकि दूसरे में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत हॉस्टल बनाए और चलाए जाएंगे।
यह योजना प्रदेश की हजारों महिलाओं के लिए न सिर्फ एक रहने की सुरक्षित जगह बनकर उभरेगी, बल्कि आत्मनिर्भरता और रोजगार की दिशा में भी मजबूत कड़ी साबित होगी।