Dec 21, 2022
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के समय बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था। 15 माह में 15 हजार ट्रांसफर किए गए। हर सरकार में महिला-पुरुष के ट्रांसफर किये जाते हैं, लेकिन कमलनाथ सरकार में 46 कुत्तों का भी ट्रांसफर किया गया।
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज बुधवार को तीसरा दिन है। 2013 के बाद कांग्रेस ने दूसरी बार शिवराज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। दोपहर 12 बजे सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू हो गई। कांग्रेस ने 51 मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। नेता प्रतिपक्ष ड। गोविंद सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि आज कलेक्टर सपा विधायक का सम्मान नहीं करते हैं। आज व्यवस्था विषयों पर हावी हो गई है। एक भी अधिकारी नियमों का पालन नहीं करता है। विपक्ष के नेता के पत्र अनुत्तरित रहते हैं। आप प्रमुख सचिव को फोन करें तो वे फोन नहीं उठाते। सिंह ने एक के बाद एक सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
इस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पीसीसी चीफ कमलनाथ की सदन में अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। मिश्रा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस अहम है। उन्हें अपने ही विपक्ष के नेता पर भरोसा नहीं है। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के समय भ्रष्टाचार चरम पर था। 15 माह में 15 हजार ट्रांसफर किए गए। हर सरकार में महिला-पुरुष के ट्रांसफर किये जाते हैं, लेकिन कमलनाथ सरकार में 46 कुत्तों का भी ट्रांसफर किया गया।
गोविंद सिंह ने कहा कि बीजेपी विधायकों से 15 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सूची मांगी गई थी। विपक्षी विधायकों का क्या कसूर? विकास कार्य बोर्ड पर कांग्रेस विधायकों के नाम नहीं लिखे हैं। विपक्षी विधायकों का अपमान किया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोबिंद सिंह को रोकते हुए कहा कि आपकी जानकारी सही नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ठेका और आउटसोर्स सिस्टम खत्म किया जाए। केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 1 करोड़ 30 लाख लोग बेरोजगार हैं। सिंह ने कहा कि गांव के किसान का बेटा गरीब परिवार का बेटा पढ़ा लिखा बेरोजगार है। आज एक कंप्यूटर इंजीनियर को 5000 रुपए की नौकरी करनी पड़ती है। इसलिए हमारी मांग है कि आप रोजगार के लिए कुछ करें। उन्होंने कहा कि बिजली के बिल बढ़ रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महाकाल के लोकार्पण पर 12 करोड़ रुपए खर्च किए गए। तेंदुए को लाने में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। जब तेंदुए को 5-6 हजार रुपए में छोड़ा गया। गोबिंद सिंह ने पोषाहार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि घर का राशन लेने में करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। मोटरसाइकिल पर 100 क्विंटल का वितरण किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चिरायु अस्पताल को कोरोना काल में 70 करोड़ रुपए दिए गए। यह राशि एक ही अस्पताल को क्यों दी गई? यह राशि सरकारी अस्पतालों को दी जानी चाहिए थी।
वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सदन में कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। मिश्रा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस अहम बहस है। उन्हें अपने ही विपक्ष के नेता पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान नक्सली घरों में घुसकर मार-काट करते थे। आज कोई नक्सली सिर उठाने की हिम्मत नहीं करता। पुलिस बल नक्सलियों को मार गिराता है। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज के आने के बाद डाकू गिरोह का पूरी तरह से सफाया हो गया है। दिग्विजय सिंह की सरकार में डकैत जेल से भाग जाया करते थे।
मिश्रा ने कहा कि 23 हजार एकड़ जमीन को माफिया से मुक्त कराकर सरकार गरीबों के लिए घर नहीं बना रही है। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के समय भ्रष्टाचार चरम पर था।
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि सरकार कर्ज लेकर विज्ञापनों पर खर्च कर रही है। भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं के खाने पर 40 करोड़ रुपए खर्च किए गए। विदेश यात्राओं पर 250 करोड़ खर्च किए गए। सरकारी विज्ञापन पर 10 अरब रुपए खर्च किए गए। विधायक पटवारी से मंत्री ओपीएस भदौरिया भड़क गए। मंत्री अपनी सीट से उठे और आगे बढ़ गए। विपक्ष ने उनके आचरण पर आपत्ति जताई। अध्यक्ष ने ओपीएस भदौरिया के आचरण को भी गलत बताया। संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ओपीएस भदौरिया के व्यवहार पर खेद जताया।
बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष 51 मुद्दों पर 104 पन्नों का अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। जिसे मंगलवार को चर्चा के लिए स्वीकार कर लिया गया। सदन में आज अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी। जिसमें पोषाहार घोटाला, भर्ती में कदाचार, करम बांध, किसान, खाद समेत अन्य मुद्दों को शामिल किया गया है। प्रतिपक्ष नेता डॉ। गोबिंद सिंह ने कहा कि स्पीकर ने आज अविश्वास प्रस्ताव के लिए समय दिया है।
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम सदन में बीजेपी की बढ़त और 15 महीने की कांग्रेस सरकार की बर्बादी गिनाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सार्थक चर्चा के लिए तैयार है।