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नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचकर 5 दिन में कमाए करोड़ों रूपये

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May 28, 2021

मुनाफाखोरों पर सख्ती के बाद भी नकली दवाओं और इंजेक्शनों का बेचा जाना जारी है। अब भी यह काम तेजी से चल रहा है। बता दें कि, पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो नकली रेमडेसिविर के इंजेक्शन बनाने और उसे बेचने का काम धड़ल्ले से कर रहे था। दरअसल, इंदौर और जबलपुर में मिले बेचे गए 700 रेमडेसिविर इंजेक्शनों में 660 इंजेक्शनों का हिसाब पुलिस के हाथ लग गया है। ऐसे में अब बचे हुए 40 इंजेक्शनों के बारे में पुलिस पता लगा रही है। कहा जा रहा है कि पुलिस इस मामले में छानबीन के लिए गुजरात के सूरत पहुंची थी।

700 फर्जी रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने का सामान जब्त
यहाँ पर एक फार्म हाउस से पुलिस ने 700 फर्जी रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने में इस्तेमाल होने वाला सामान जब्त किया है। बताया जा रहा है इसमें ग्लूकोज और नमक भी शामिल है। जी दरअसल पुलिस को कुछ फूटे हुए इंजेक्शन भी यहाँ मिले हैं। इसी के साथ सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी कौशल वोरा ने यह खुलासा किया है कि दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर नकली इंजेक्शन बेच कर वह सिर्फ 5 दिनों में 1 करोड़ 85 लाख रुपये कमा चुका हैं। वहीँ यह भी जानकारी मिली है कि पूरी कमाई उसके घर में ही रखी थी, जिसकी वजह से वह दो दिन तक सो भी नहीं सका था।

ज्यादा कीमत वसूलकर जरूरतमंदो को बेचे जा रहे इंजेक्शन
वहीं इस बात का भी खुलासा हुआ है कि, आरोपी कौशल ने अपने पार्टनर पुनीत शाह के साथ मिलकर करीब 1 लाख रेमडेसिविर के इंजेक्शन देशभर में बेचे थे। यह भी सामने आया है कि मुनाफाखोरों ने मुंबई में भी नकली इंजेक्शन बनाने का धंधा शुरू किया था। कोरोना के पीक के दौरान इस तरह के बहुत से मामले सामने आए थे जब ज्यादा कीमत वसूलकर भी नकली इंजेक्शन जरूरतमंदों को बेचे जा रहे थे।