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7 मिनट रुका दिल, फिर जुड़वां बच्चों ने जगाई मां की जिंदगी: इंदौर की जागृति की अनोखी जीत की कहानी

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Dec 20, 2025

7 मिनट रुका दिल, फिर जुड़वां बच्चों ने जगाई मां की जिंदगी: इंदौर की जागृति की अनोखी जीत की कहानी

इंदौर की एक महिला ने जीवन और मृत्यु की कठिन लड़ाई लड़कर न केवल खुद को बचाया, बल्कि जुड़वां बच्चों को जन्म देकर परिवार में खुशियां लौटाईं। शादी के सात वर्षों बाद गर्भवती हुईं इस महिला की दोनों किडनियां फेल हो गईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और डॉक्टरों की सलाह के विपरीत प्रेग्नेंसी जारी रखी।

संकट की शुरुआत

गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में सब ठीक था, लेकिन संक्रमण के कारण दोनों किडनियां खराब हो गईं। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने गर्भ समाप्त करने की सलाह दी, मगर महिला ने बच्चों को बचाने का फैसला किया। रोजाना लंबे डायलिसिस सेशन शुरू हुए, जो उनके लिए बड़ा संघर्ष बन गए।

दिल रुकने की घड़ी

पांचवें महीने में डायलिसिस के दौरान अचानक कार्डियक अरेस्ट हुआ। दिल करीब सात मिनट तक बंद रहा, सांसें थम गईं। डॉक्टरों ने तुरंत सीपीआर किया, जिससे जान लौट आई। इस दौरान गर्भ में पल रहे दोनों शिशु पूरी तरह स्वस्थ रहे, जो चमत्कार से कम नहीं।

अंतिम चुनौती और जीत

सातवें महीने में पीलिया ने स्थिति और गंभीर कर दी। डॉक्टरों ने समय से पहले सी-सेक्शन कर डिलीवरी कराई। जुड़वां बच्चे – एक बेटा और एक बेटी – पैदा हुए। दोनों प्रीमैच्योर थे, इसलिए कुछ समय एनआईसीयू में रहे, लेकिन अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।

डॉक्टरों के अनुसार, डायलिसिस पर रहते हुए कार्डियक अरेस्ट के बाद सफल प्रेग्नेंसी और डिलीवरी का यह दुर्लभ मामला है। महिला की इच्छाशक्ति और मेडिकल टीम की मेहनत ने इतिहास रच दिया। परिवार अब खुशी से भरा है।

Report By:
Monika