Oct 16, 2024
ग्वालियर में चार दिन तक होने वाले इंटरनेशनल डांस फेस्टिवल का आज पहला दिन है। यह ग्वालियर का 19वां फेस्टिवल है जहां 500 से अधिक कलाकार शामिल होंगे और अपनी कला का प्रदर्शन कर लोगों का मनोरंजन करेंगे। यह कलाकार बुल्गेरिया , ताइवान, किर्गिस्तान, आर्मेनिया, उज्बेकिस्तान ,श्रीलंका जैसै देशो से शामिल हुए है । ग्वालियर में होने वाले अंतरराष्ट्रीय डांस फेस्टिवल के माध्यम से ग्वालियर की पहचान एक प्रमुख सांस्कृतिक रूप में स्थापित होगी। इस कार्यक्रम में भारत के कलाकारो द्वारा उनकी कला का सांस्कृतिक प्रदर्शन देखने को भी मिलेगा।
क्यों मनाया जाता है फेस्टिवल
ग्वालियर को संगीत के शहर के रूप में माना जाता है। हर साल याहां इंटरनेशनल डांस फेस्टिवल का आयोजन भी किया जाता है। इस साल भी इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ है। जिसका मकसद अन्य दोशों के कलाकारों को एक साथ लाकर संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस फेस्टिवल में दुनिया भर के कलाकार अपनी परंपराओ को साझा अपने नृत्य की प्रस्तुती के साथ करेंगे ।
भारत की एकता
मेहमानो के साथ बुल्गारिया से भारत आए संगितकार यानकोव निकोलायने कहा कि भारत की सभ्यता और संस्कृति की दुनियाभर में बात की जाती है। यह भारत की खासीयत है। इसकी तुलना किसी भी देश से नहीं की जा सकती है। यहां के हर एक राज्य का अपना अलग ही एक रंग है। अलग खाना , अलग रहन सहन, अलग गीत संगीत है जो की पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधता है।
साथ ही श्रीलंका, किर्गिजस्तान के आए मेहमानो ने कहा की भारतीय संस्कृति और सभ्यता भारत का फैशन है, जो हर एक व्यक्ति द्वारा फौलो करा जाता है। भारत का हर एक नागरिक अपनी संस्कृति को बहुत महत्व देता है।