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मूलतापी बनेगी नई पहचान: ताप्ती की विरासत के साथ बैतूल में स्वास्थ्य क्रांति और आदिवासी संग्रहालय

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Dec 23, 2025

मूलतापी बनेगी नई पहचान: ताप्ती की विरासत के साथ बैतूल में स्वास्थ्य क्रांति और आदिवासी संग्रहालय

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैतूल जिले के दौरे पर बड़ा ऐलान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा की मौजूदगी में नए मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन के दौरान उन्होंने मुलताई नगर का नाम बदलकर 'मूलतापी' करने की घोषणा की। साथ ही बैतूल में आदिवासी संस्कृति को समर्पित एक संग्रहालय बनाने का भी वादा किया। यह ऐलान स्थानीय लोगों में उत्साह की लहर दौड़ा रहा है, क्योंकि लंबे समय से नाम परिवर्तन और क्षेत्रीय विकास की मांग उठ रही थी।

नाम परिवर्तन की घोषणा और उसका आधार

मुख्यमंत्री ने बताया कि मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था, जिसे सरकार जल्द अमल में लाएगी। मूलतापी नाम प्राचीन काल से जुड़ा है, जो ताप्ती नदी के उद्गम स्थल होने के कारण पड़ा था। 'मूलतापी' का अर्थ है ताप्ती नदी का मूल स्थान। यह परिवर्तन नगर की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करेगा।

आदिवासी संग्रहालय की योजना

बैतूल जिले की आदिवासी बहुल आबादी को ध्यान में रखते हुए सीएम ने यहां एक आदिवासी संग्रहालय बनाने का ऐलान किया। यह संग्रहालय स्थानीय जनजातियों की संस्कृति, परंपराओं और इतिहास को संजोकर रखेगा। इससे आदिवासी विरासत को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटक आकर्षित होंगे।

नए मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन

केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा के साथ मुख्यमंत्री ने बैतूल में नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी। पीपीपी मॉडल पर बनने वाला यह कॉलेज क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करेगा। ग्रामीण और आदिवासी इलाकों के मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा, साथ ही युवाओं को मेडिकल शिक्षा के अवसर बढ़ेंगे।

स्थानीय उत्साह और धार्मिक महत्व

घोषणा के बाद मुलताई में खुशी की लहर है। लोग वर्षों से नाम परिवर्तन की मांग कर रहे थे। ताप्ती नदी के उद्गम के कारण यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। मूलतापी नाम से धार्मिक पर्यटन को नई गति मिलने की उम्मीद है। सामाजिक संगठनों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है।

कुल मिलाकर ये ऐलान बैतूल और मुलताई के लिए विकास और पहचान का नया अध्याय खोल रहे हैं।

 

Report By:
Monika