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मध्य प्रदेश में ठंड का तांडव: हाइपोथर्मिया को मेडिकल इमरजेंसी घोषित, अस्पताल हाई अलर्ट पर

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Dec 18, 2025

मध्य प्रदेश में ठंड का तांडव: हाइपोथर्मिया को मेडिकल इमरजेंसी घोषित, अस्पताल हाई अलर्ट पर

मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिन और रात के तापमान में भारी अंतर के साथ शीतलहर का कहर जारी है, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने全省 के अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को अलर्ट मोड पर रख दिया है। केंद्र सरकार की एडवायजरी के बाद हाइपोथर्मिया को मेडिकल इमरजेंसी घोषित किया गया है, ताकि जानलेवा स्थितियों से निपटा जा सके।

ठंड से बढ़ता खतरा

राजधानी भोपाल में दिन का तापमान 26 डिग्री के करीब रहने के बावजूद रात में यह 5 डिग्री तक गिर जाता है। दिन-रात के इस 21 डिग्री से अधिक के अंतर से शरीर पर गंभीर असर पड़ रहा है, जिसमें त्वचा एलर्जी से लेकर गंभीर बीमारियां शामिल हैं। मौसम विभाग की शीतलहर चेतावनी के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने सतर्कता बढ़ा दी है।

हाइपोथर्मिया क्या है?

हाइपोथर्मिया तब होता है जब शरीर का तापमान सामान्य 37 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 35 डिग्री या उससे नीचे पहुंच जाता है। शरीर तेजी से गर्मी खोने लगता है, जिससे हृदय, मस्तिष्क और अन्य अंग प्रभावित होते हैं। बिना तुरंत इलाज के यह जानलेवा साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह इमरजेंसी है और लक्षण दिखते ही अस्पताल पहुंचना जरूरी है।

जोखिम वाले समूह और सावधानियां

65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, 5 साल से छोटे बच्चे, हृदय व सांस के रोगी तथा बेघर लोग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। फ्रॉस्टबाइट में त्वचा सुन्न पड़ना या छाले पड़ना आम है। एडवायजरी में गर्म कपड़े पहनने, संतुलित आहार लेने, विटामिन सी युक्त फल खाने और गर्म पेय पीने की सलाह दी गई है। अनावश्यक यात्रा टालें।

अस्पतालों की तैयारियां

सभी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं मजबूत की गई हैं। दवाएं, कंबल और जरूरी उपकरण पर्याप्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

Report By:
Monika