Aug 7, 2021
मध्यप्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य के लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ के हालात से निपटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है वहीं अब इसे लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। इस मामले पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि दिखावे के ड्रामे से कोई फायदा नहीं। मैं सीएम से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं और बाढ़ प्रबंधन के समय और आंकड़ों पर विवरण दें। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा समय पर बारिश की चेतावनी के बावजूद सरकार ने लोगों को सतर्क नहीं किया जिससे चलते ही इस तरह के हालात का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को बिल्कुल ही परवाह नहीं है
बीते 70 सालों में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी: सीएम शिवराज
बता दें कि उत्तरी मध्यप्रदेश में शिवपुरी, गुना, दतिया, भिंड, मुरैना और ग्वालियर का कुछ हिस्सा बाढ़ से प्रभावित है। वहीं इस बाढ़ पर गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बीते 70 सालों में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी गई है। बाढ़ के कारण ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है, साथ ही यहां दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि कई पुल व इमारतें बाढ़ की चपेट में आ चुकी हैं। वहीं शिवपुरी व शेओपुर जिले में एक-एक मौत की पुष्टि हुई है। वहीं सात लोगों के घायल होने की खबर भी है, जिसमें गुना से चार, शिवपुरी से दो व मोरीना से एक व्यक्ति घायल हुआ है। भारी वर्षा के कारण दतिया के रतनगढ़ मंदिर व संकुआ के पास पुल ध्वस्त हो चुके हैं, जिस कारण कई लोग वहां फंस गए हैं।