Aug 8, 2024
2023 और 2024 में तेज़ आवाज़ वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई में कमी आई
प्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर इन दिनों ऐसी बाइकों की भरमार है, जिनमें मॉडिफाइड एग्जॉस्ट पाइप लगे हैं. शहर की ट्रैफिक पुलिस मॉडिफाइड एग्जॉस्ट पाइप वाली बाइकों पर लगाम लगाने में नाकाम दिख रही है, जो मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है. भोपाल ट्रैफिक पुलिस कार्यालय से मिले आंकड़ों से पता चला है कि शहर में मॉडिफाइड वाहनों पर कार्रवाई में पिछले दो सालों में काफी कमी आई है. 2022 में, मॉडिफाइड एग्जॉस्ट पाइप वाली 164 मोटरसाइकिलों का ट्रैफिक पुलिस ने चालान किया, लेकिन 2023-24 में यह कम हो गया.
सूत्रों ने बताया कि ऐसी बाइकों में से ज़्यादातर ऐसी कंपनी की हैं, जो बुलेट बाइक बनाने के लिए जानी जाती है. जाहिर है, वाहनों को मॉडिफाई करना मोटर वाहन अधिनियम का खुला उल्लंघन है. आश्चर्य की बात यह है कि जिन इलाकों में ट्रैफिक पुलिस चेक-पोस्ट बनाती है और हेलमेट और सीट बेल्ट की जांच करती है, वहां भी उन बाइक सवारों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता, जिन्होंने अपने वाहनों में तेज़ आवाज़ वाले एग्जॉस्ट पाइप लगवा रखे हैं. इन बाईकों से ना सिर्फ शहर में ध्वनि प्रदूषण होता है बल्कि यह बाईक इतनी तेजी़ से चलाई जाती है की कई बार सीनियर सिटीजन को भी बहुत ज्यादा परेशानी होती है.
कोई भी वाहन जो 80 डेसिबल से अधिक शोर करता है, वो अवैध है और उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.