Oct 18, 2025
रायपुर में सीएम विष्णुदेव साय लेंगे अहम बैठक: पीएम मोदी के दौरे और राज्योत्सव की तैयारियों पर मंथन
रायपुर, 18 अक्टूबर 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज सीएम हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी छत्तीसगढ़ दौरे की तैयारियों पर चर्चा करना है। साथ ही, राज्योत्सव के आयोजन को लेकर भी विस्तृत मंथन होगा। यह बैठक राज्य के विकास और उत्सव की भव्यता सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की जा रही है। पीएम मोदी का दौरा छत्तीसगढ़ के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जिसमें विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन शामिल होगा।
पीएम मोदी के दौरे की तैयारियां
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में होने वाली इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारी, मंत्रिगण और संबंधित विभागों के प्रमुख शामिल होंगे। हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी 31 अक्टूबर को रायपुर पहुंचने वाले हैं, जहां वे नए विधानसभा भवन और आदिवासी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। सीएम साय ने पहले ही मंत्रियों के साथ इस दौरे को लेकर उच्च स्तरीय बैठकें की हैं, जिसमें डिप्टी सीएम अरुण साव, विजय शर्मा और अन्य मंत्रियों ने भाग लिया। बैठक में सुरक्षा व्यवस्था, परिवहन, स्वागत समारोह और मीडिया प्रबंधन जैसे पहलुओं पर विस्तार से चर्चा होगी। सीएम साय ने कहा है कि पीएम मोदी का छत्तीसगढ़ से विशेष लगाव है और यह दौरा राज्य के आदिवासी एवं पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगा। इसके अलावा, नक्सल उन्मूलन और बस्तर विकास के मास्टर प्लान पर भी अपडेट साझा किया जाएगा। यह दौरा न केवल विकास की गति को तेज करेगा, बल्कि राज्य की राजनीतिक ऊर्जा को भी बढ़ाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी तैयारियां पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पूरी हों, ताकि पीएम का स्वागत यादगार बने।
राज्योत्सव कार्यक्रम का मंथन
राज्योत्सव, जो छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने का प्रमुख मंच है, इस बार विशेष उत्साह के साथ मनाया जाएगा। बैठक में उत्सव की थीम, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों और भागीदारी पर विचार-विमर्श होगा। सीएम साय ने जोर दिया है कि राज्योत्सव में स्थानीय कलाकारों, आदिवासी नृत्यों और हस्तशिल्प को प्रमुखता दी जाए। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी रायपुर के प्रमुख स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिसमें स्कूल-कॉलेज के छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। बजट आवंटन, सुरक्षा और पर्यावरण-अनुकूल व्यवस्था पर भी फोकस रहेगा। राज्योत्सव न केवल मनोरंजन का माध्यम बनेगा, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने का अवसर भी प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी जिला स्तर पर समन्वय स्थापित हो, ताकि उत्सव पूरे राज्य में एकसमान उत्साह के साथ मनाया जा सके।