Oct 24, 2025
मध्य प्रदेश में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान, विपक्ष ने साधा निशाना
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की नई प्रदेश कार्यकारिणी की सूची जारी कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के नेतृत्व वाली इस टीम में प्रमुख पदों पर कई अनुभवी चेहरों को जगह मिली है। सूची के जारी होते ही राजनीतिक बहस छिड़ गई है, जिसमें विपक्ष ने क्षेत्रीय बंटवारे का आरोप लगाया है।
विपक्ष का तीखा प्रहार
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कार्यकारिणी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "नेताओं ने क्षेत्र के हिसाब से बंटवारा कर लिया है।" सिंघार ने सवाल उठाया कि क्या हेमंत खंडेलवाल इतने मजबूत हैं कि अपने दम पर संगठन चला पाएंगे? उनके मुताबिक, यह गठन क्षमता से अधिक जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों पर टिका लगता है। सिंघार का बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जो पार्टी के आंतरिक समन्वय पर सवाल खड़े कर रहा है। विपक्ष का दावा है कि ऐसी व्यवस्था संगठन की स्वतंत्रता को कमजोर करती है।
बीजेपी का कड़ा जवाब
बीजेपी ने विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए पलटवार किया है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि कार्यकारिणी का चयन योग्यता और क्षमता के आधार पर हुआ है। "क्षेत्र और जाति के संतुलन को ध्यान में रखा गया है, जो संगठन को मजबूत बनाएगा," एक वरिष्ठ नेता ने कहा। बीजेपी का मानना है कि उमंग सिंघार की टिप्पणियां उनकी हताशा का परिणाम हैं। पार्टी इस टीम से आने वाले चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।
प्रमुख नियुक्तियां और संरचना
नई कार्यकारिणी में लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी, गौरव रणदिवे और राहुल कोठारी को प्रदेश महामंत्री बनाया गया है। मीडिया प्रभारी के तौर पर आशीष अग्रवाल को दोबारा मौका दिया गया, जो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले की गई इस व्यवस्था का हिस्सा हैं। कुल 50 से अधिक सदस्यों वाली यह टीम विविध पृष्ठभूमि से आती है, जो पार्टी की व्यापक पहुंच को दर्शाती है।
राजनीतिक प्रभाव
यह गठन मध्य प्रदेश की सियासत में नया आयाम जोड़ सकता है। विपक्ष की आलोचना के बीच बीजेपी इसे एकजुटता का संदेश दे रही है। आने वाले महीनों में संगठन की गतिविधियां तेज होंगी, जो राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेंगी। कुल मिलाकर, यह कदम पार्टी को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।







