Aug 10, 2024
पिछली सरकार में शाह द्वारा एमपी के पार्टी विधायकों से वन-टू-वन बातचीत की कोई खबरे नहीं आती थी. पिछले एक हफ्ते में शाह ने विधायक रामेश्वर शर्मा और अर्चना चिटनिस से बातचीत की है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भले ही सरकार का हिस्सा हों, लेकिन उनका पूरा ध्यान पार्टी संगठन पर भी है. पिछले एक सप्ताह में शाह ने राज्य के तीन नेताओं से मुलाकात की है. वे पार्टी नेताओं से राज्य सरकार और पार्टी संगठन के कामकाज पर सीधा फीडबैक ले रहे हैं. पिछली सरकार में शाह द्वारा मध्य प्रदेश के पार्टी विधायकों से आमने-सामने बातचीत की कोई खबरे नहीं आती थी. पिछले एक सप्ताह में शाह ने विधायक रामेश्वर शर्मा और अर्चना चिटनिस से बातचीत की है.
इन दोनों विधायकों के अलावा शाह ने स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर से भी काफी देर तक बातचीत की है.
कुछ दिन पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने शाह से मुलाकात की थी. मंत्रियों में कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल ने शाह से बातचीत की थी. विजयवर्गीय के आमंत्रण पर शाह हाल ही में इंदौर में पौधारोपण करने भी पहुंचे थे. जब शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब शाह विधायकों से इतना नहीं मिलते थे. वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रियों और तत्कालीन गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से ही मिलते थे. लेकिन , इस बार देखा जा रहा है की अमित शाह सीधे विधायकों से चर्चा कर रहे है.
पिछले साल दिसंबर में भाजपा ने तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता की बागडोर नए नेतृत्व को सौंपी थी. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इन राज्यों के राजनीतिक हालात पर नजर रख रहा है. राज्य में सरकार और संगठन से जुड़े फैसलों के लिए दिल्ली से सलाह ली जाती है.
शाह की प्रदेश के विधायकों से मुलाकात और उनसे फीडबैक लेने को प्रदेश पर फीडबैक लेने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है.