Nov 30, 2022
मध्य प्रदेश पन्ना जिले में लगभग 1286 स्कूलों में सरकार की मंशा के अनुसार बोरिंगो में समर्शियल पंप डालना सुनिश्चित किया गया था जिससे बच्चों को पंप के द्वारा पानी टंकी में और टंकी से नल द्वारा बच्चों तक स्कूलों में स्वच्छ पानी प्राप्त हो सके परंतु शासन की मंशा के अनुसार पीएचई विभाग व उनके ठेकेदारों द्वारा भारी लापरवाही सामने आई है हर स्कूलों में या उसके आसपास पहले से बोर किए गए थे जो हैंडपंप द्वारा पानी प्रदान करते थे परंतु जब से पीएचई विभाग के ठेकेदारों द्वारा समर्शियल पंप बोर में डाला गया है तब से ना तो पंप ही पानी दे रहा है और साथ में हैंडपंप ने भी पानी देना बंद कर दिया है आज जगह-जगह के स्कूलों में आंगनबाड़ियों में बच्चे अपने अपने घरों से पानी लेकर आते हैं शासन की मंशा पर पलीता लगाते शासकीय कर्मचारी बिना निगरानी बिना देखरेख के शासन की राशि का किया जा रहा बंदरबांट जबकि गाइडलाइन अनुसार 3 माह पंप से पानी लेने के बाद साला को हैंड ओवर किए जाने का प्रावधान था परंतु शासकीय शिक्षकों पीएचई विभाग एवं ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते लगते ही खराब हो चुके हैं और कुछ जगह विद्युत कनेक्शन ना होने के कारण कार्य अधूरा पड़ा है एक पंपसेट की कम से कम लागत 70 हजार से 1 लाख आंकी गई है इस कार्य को करने के लिए जिले के 10 ठेकेदार कंपनियां कार्य कर रही है ।