Oct 18, 2024
पेंच टाइगर रिजर्व की एक बाघिन ने 400 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय करके पड़ोसी छत्तीसगढ़ के आचनकमार पहुंच गई. वाइल्ड लाइफ लर्वस इस बात से बहुत खुश हैं, क्योंकि ऐसे मामले बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलते है.
पेंच टाइगर रिजर्व (Pench Tiger Reserve) से एक बात ऐसी पता चली है जिससे वाइल्ड लाइफ लर्वस जरुर खुश होंगे. पेंच टाइगर रिजर्व से पता चला है की बाघिन पहले कन्हा क्षेत्र की तरफ गई होगी. फिर आगे बढ़कर आचनकमार पहुंची. ऑल इंडिया टाइगर सेंसेस 2022 के दौरान, बाघिन की गतिविधियों को करमाझिरी और घाटकोहका वन क्षेत्र में लगाए गए कैमरों में रिकॉर्ड किया गया था.
आचनकमार टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बाघिन की एक तस्वीर साझा की, और जब उन्होंने इसे मध्य भारत के विभिन्न बाघों के डेटाबेस से मिलाया, तो उसकी धारियां पेंच की बाघिन से मेल खाईं. इससे यह पुष्टि होती है कि मध्य प्रदेश की एक बाघिन आचनकमार को अपना नया अस्थायी ठिकाना बना चुकी है, अधिकारियों ने बताया कि बाघिन को सर्दी के मौसम से पहले देखा गया था.
इससे पहले यह भी देखा गया था की, एक बाघ महाराष्ट्र तक चला गया था, जिससे यह साबित होता है कि ये जानवर घूमने में कितने कुशल हैं. एक और बाघ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व तक भी पहुंचा था. इसके अलावा, संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान से एक बाघ ओडिशा तक पहुंच गया था. हालाँकि, पड़ोसी राज्यों में बाघों के घूमने के ऐसे मामले बहुत कम देखने को मिलते है.