Jan 5, 2023
'Water Vision 2047' - राज्य मंत्रियों का दो दिवसीय प्रथम अखिल भारतीय वार्षिक सम्मेलन 'जल दृष्टि 2047' विषय पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 5 जनवरी से आयोजित किया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज भारत जल सुरक्षा में अभूतपूर्व कार्य कर रहा है और अभूतपूर्व निवेश भी कर रहा है। जल संरक्षण के लिए राज्यों के प्रयास राष्ट्र के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में काफी मददगार साबित होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि मनरेगा के तहत पानी पर ज्यादा से ज्यादा काम किया जाए।
जनता के मन में जनभागीदारी का विचार जगाना होगा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल संरक्षण के लिए जनभागीदारी का विचार लोगों के मन में जगाना होगा। हम इस दिशा में जितने अधिक प्रयास करेंगे, उतना ही अधिक प्रभाव पैदा होगा। देश हर जिले में 75 अमृत सरोवर बना रहा है और अब तक 25 हजार अमृत सरोवर बन चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वॉटर विजन 2047 अगले 25 साल की अमृत यात्रा का अहम आयाम है।
जियो मैपिंग और जियो सेंसिंग जल संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल संरक्षण के काम में जियो-मैपिंग और जियो-सेंसिंग जैसी तकनीक अहम भूमिका निभा रही है। कई राज्यों ने इसमें अच्छा काम किया है और कई राज्य इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। केंद्र ने जल संरक्षण के लिए अटल भूजल संरक्षण योजना शुरू की है।
इस बजट में सर्कुलर इकॉनमी पर काफी जोर दिया गया है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने इस बजट में सर्कुलर इकोनॉमी पर काफी जोर दिया है। जल संरक्षण में सर्कुलर इकोनॉमी की भी बड़ी भूमिका है। जब उपचारित पानी का पुन: उपयोग किया जाता है, तो ताजा पानी की बचत होती है और पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को बहुत लाभ होता है।
शहरीकरण की गति को देखते हुए जल संरक्षण पर गंभीरता से विचार करना होगा
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है और जब शहरीकरण की रफ्तार आ गई है तो हमें पानी के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए। उद्योग और कृषि दो ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें अधिक पानी की आवश्यकता होती है। इन दोनों क्षेत्रों को मिलकर जल संरक्षण अभियान चलाना चाहिए और लोगों को जागरूक करना चाहिए।
'स्वच्छ भारत अभियान' से प्राप्त लाभ
जब लोग 'स्वच्छ भारत अभियान' से जुड़े तो लोग भी सचेत और जागरूक हुए। सरकार ने संसाधन जुटाए, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और शौचालय जैसे कई काम किए। लेकिन अभियान की सफलता तब सुनिश्चित हुई जब जनता ने गंदगी न फैलाने की सोची। जल संचयन के लिए भी लोगों में यही विचार जगाना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भोपाल में वाटर विजन@2047 सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पीएम ने पानी बचाने की बात कही। उन्होंने कहा, हमें औद्योगिक और कृषि दोनों क्षेत्रों में पानी बचाने के लिए जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। ग्राम पंचायतें भी पानी को ध्यान में रखते हुए अगले 5 साल के लिए योजना तैयार करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी के रूप में हमें दूरदर्शी नेता मिला है। ये कल्पनाशील दिमाग के धनी होते हैं। वे दृढ़ निश्चयी होते हैं और न केवल खुद को धक्का देते हैं, वे सभी को धक्का देने की कोशिश करते हैं। जिन बातों पर कभी विचार नहीं किया गया। आज उन्हीं की चर्चा हो रही है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत जल क्षेत्र में 16 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है।