Jul 27, 2022
उत्तर प्रदेश में जल्द ही डेटा सेंटर पार्क बनकर तैयार होने जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो योगी आदित्यनाथ के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते है। हालांकि अब तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। 'योट्टा डी' नाम का यह डेटा सेंटर 24 महीने में बनकर तैयार हुआ है।
डेटा सेंटर की मदद से मिलेगा 48 घंटे का पॉवर बैकअप
इस ‘योट्टा डी’ डेटा सेंटर को हीरानंदानी ग्रुप द्वारा तैयार किया गया है। इस डेटा सेंटर की मदद से 48 घंटे का पावर बैकअप आसानी से मिल सकेगा। इस प्रोजेक्ट को बनाने में पूरे 5 हजार करोड़ की लागत आई है। इस एक डेटा सेंटर बिल्डिंग की कुल क्षमता 5000 सर्वर रैक की है, जिससे 28.8 मेगावॉट आईटी पॉवर जनरेट किया जा सकेगा। बता दें कि इस डेटा सेंटर का शिलान्यास दिसम्बर 2020 में किया गया था। वहीं अब अगस्त 2022 में इसके लोकार्पण कि बात कहीं जा रही है।
क्या है डाटा सेंटर पार्क
डाटा सेंटर कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़ा एक बड़ा समूह है। इस नेटवर्क को बड़ी कंपनियां डाटा कलेक्शन, प्रोसेसिंग के लिए इस्तेमाल करती हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और बैंकिंग जैसी कई बड़ी कंपनियों में भारी मात्रा में डेटा जनरेट होता है, जिसे यह डाटा सेंटर इकट्ठा करने का काम करती है।
तीन और डेटा सेंटर हो रहे तैयार
एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2025 तक भारत का डेटा एनालिटिक्स बिजनेस 16 बिलियन से ज्यादा का हो सकता है। जिस वजह योगी सरकार इस प्रोजेक्ट पर खास ध्यान दे रहीं है। बता दें कि ऐसे चार डेटा सेंटर पार्क्स बनाने के लिए निवेशकों ने 15,950 करोड़ रुपए से भी ज्यादा इंवेस्ट किया है। इनमें सबसे ज्यादा निवेश करने वाली कंपनी हीरानन्दानी ग्रुप की NIDP डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 9134.90 करोड़ रुपए इंवेस्ट किए है। वहीं जापान की 1687 करोड़ के निवेश वाली एनटीटी ग्लोबल सेंटर्स ने 2414 करोड़ और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 2713 करोड़ इंवेस्ट किए है।








