Jul 25, 2022
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हो रहे तबादले को लेकर राज्य कर्मचारियों ने CMO कार्यालय के सामने धरना देना शुरू कर दिया है। बता दें अकेले सहारनपुर हेल्थ डिपार्टमेंट के करीब 29 फार्मासिस्ट का ट्रांसफर अब तक हो चुका है। जिनमें से हुए चार ट्रांस्फर को लेकर फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने विरोध जताया है। परिषद के जिलाध्यक्ष सुनील डोभाल का कहना है कि कुछ फार्मासिस्ट के ट्रांसफर ऐसे कर दिए गए है, जिनका नाम भी लिस्ट में नहीं था।
डिप्टी सीएम ने भी उठाए थे सवाल
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी sहो रहे तबादलों पर सवाल उठाए थे। ब्रजेश पाठक ने सवाल करते हुए पूछा था कि‘इतने महत्वपूर्ण और बड़े हॉस्पिटल्स और दूसरे जिलों के बड़े अस्पतालों से बड़ी संख्या में डॉक्टरों का स्थानांतरण किया जा रहा है तो उनकी जगह चिकित्सा व्यवस्था को ठीक ढंग से चलाने के लिए क्या किया जा रहा है।’ इसके साथ ही डिप्टी सीएम ने माना कि विभाग में जो भी ट्रांसफर हो रहे हैं उसमें तबादला नीति का पालन नहीं किया जा रहा है।
ट्रांसफर नीति के खिलाफ हुए ट्रांसफर
सहारनपुर के जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि ऐसे लोगों का तबादला कर दिया गया है जिन्हें ट्रांसफर नीति में छूट मिलती है। इसका मतलब साफ है कि सरकार के ट्रांसफर नीति की खिलाफ ट्रांसफर किए जा रहे हैं, जो गलत हैं।
कर्मचारी संयुक्त परिषद ने कही काम रोकने की बात
कर्मचारी संयुक्त परिषद के अफसरों का कहना है कि अगर जल्द ही इन ट्रांसफर्स को रोका नहीं गया तो सभी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना शुरू कर देंगे। अगर सरकार नहीं मानी तो 30 जुलाई के बाद से स्वास्थ्य विभाग में पूरी तरह से काम रोक दिया जाएगा।








