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2041 तक मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा असम - मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा

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Jul 20, 2024

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि असम में मुसलमानों की आबादी हर 10 साल में 30 प्रतिशत बढ़ रही है. और इस तरह 2041 तक असम में मुस्लिम बहुमत में होंगे. गुवाहाटी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में असम में मुस्लिम कुल आबादी का 40 प्रतिशत हैं.  मुख्यमंत्री ने कहा, यह सच्चाई है और इसे कोई नहीं रोक सकता.

2011 की जनगणना के अनुसार, असम में मुसलमानों की कुल जनसंख्या 1.07 करोड़ थी, जो राज्य की कुल जनसंख्या 3.12 करोड़ का 34.22 प्रतिशत थी, जबकि दूसरी ओर, हिंदुओं की कुल जनसंख्या 1.92 करोड़ थी, जो कि 61.47 प्रतिशत थी.  कुल जनसंख्या. हर 10 साल में राज्य में मुसलमानों की आबादी 11 लाख बढ़ रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह डेटा हिमंत बिस्वा सरमा का नहीं बल्कि सभी प्रकाशित डेटा है. 

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हर 10 साल में हिंदुओं की आबादी 16 फीसदी बढ़ रही है. असम सरकार ने मुस्लिम समुदाय में जनसंख्या वृद्धि को कम करने के लिए कई प्रयास किए हैं.  एक और योजना के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की, असम सरकार राज्य में कक्षा 11 से लेकर पोस्ट-ग्रेजुएशन तक की छात्राओं को प्रति माह 2500 रुपये की सहायता प्रदान कर रही है, जिसका उद्देश्य राज्य में बाल विवाह को रोकना है.  मुख्यमंत्री ने मुस्लिमों की आबादी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी सलाह दी और कहा कि आबादी पर काबू पाने के लिए अगर राहुल गांधी ब्रांड एंबेसडर बनेंगे तो असर तेजी से दिखेगा. क्योंकि राहुल गांधी की बात पूरा मुस्लिम समाज सुनता है.

इस बीच, असम के मुस्लिम निकाह और तलाक अधिनियम 1935 को निरस्त कर दिया गया है, मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून को निरस्त करने के लिए विधानसभा के मानसून सत्र में एक विधेयक पेश किया जाएगा, जिसे गुरुवार को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी.  मुस्लिम विवाहों के पंजीकरण के लिए एक नया कानून लाया जाएगा.  इसी साल फरवरी में असम कैबिनेट ने इस कानून को रद्द करने का फैसला लिया था. इस कानून को निरस्त कर दिया गया है क्योंकि यह बाल विवाह की भी अनुमति देता है. नया कानून मुसलमानों के लिए शादी के लिए एक आयु सीमा भी निर्धारित करेगा जो कि हालिया कानून में नहीं है.

Report By:
Devashish Upadhyay.