Apr 20, 2020
विशाखापत्तनम: कोरोना संक्रमण की जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट की कीमतों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। रैपिड टेस्टिंग किट की कीमत विभिन्न राज्यों में अलग-अलग बताई जा रही है। जैसा कि आंध्र प्रदेश का मामला है, यहां दक्षिण कोरिया से 1 लाख टेस्टिंग किट मंगाई गई हैं, जहां एक किट के लिए 700 रुपये का भुगतान किया गया हैं। जबकि आंध्र प्रदेश से लगे सूबे तमिलनाडु में इससे सस्ती कीमत पर रैपिड टेस्टिंग किट की आपूर्ति हुई है। तमिलनाडु ने एक किट के लिए 600 रुपये चुकाए हैं। आपको बता दें कि, अभी हाल में आंध्र की जगन रेड्डी सरकार ने दक्षिण कोरिया से 1 लाख टेस्टिंग किट मंगाई हैं। सीएम जगनमोहन रेड्डी ने स्वयं इसका ट्रायल किया था। मेडिकल एक्सपर्ट ने जगनमोहन रेड्डी का कोरोना टेस्ट किया, जिसमें वे नेगेटिव पाए गए। आंध्र सरकार ने इन किट्स का उपयोग लोगों की कोरोना जांच के लिए शुरू कर दिया है।
छग द. कोरिया से 337 रुपये/किट की कीमत पर टेस्टिंग किट मंगा रही
दूसरी तरफ, छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा है कि वह दक्षिण कोरिया से 337 रुपये/किट (जीएसटी अलग से) की कीमत पर टेस्टिंग किट मंगा रही है। अब आंध्र प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग किट की अलग-अलग कीमतों के मामले को 'बदनाम करने का एक अभियान' करार दिया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा है कि सूबे ने 700 रुपये में एक किट खरीदी है। अभी इसका कुल हिसाब लगाया जा रहा है। इस तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रैपिड किट्स की कीमतों को लेकर हम छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक जैसे प्रदेशों के संपर्क में हैं। इस सम्बन्ध में आगे भी जानकारी दी जाएगी।