Jun 24, 2024
जेपी नड्डा को राज्यसभा का नेता बनाया गया है. आपको बता दें कि जेपी नड्डा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. इस बार नई सरकार के गठन के बाद उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई है.
BHOPAL:देश के उच्च सदन राज्यसभा में बीजेपी ने नेता सदन का नाम साफ कर दिया है. जेपी नड्डा को बीजेपी ने राज्यसभा में सदन का नेता बनाया है. आपको बता दें कि जेपी नड्डा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. इस बार नई सरकार के गठन के बाद उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई है. इससे पहले भी नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल (2014-2019) में जेपी नड्डा के पास सिर्फ स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी थी. दरअसल, जेपी नड्डा ने नई एनडीए सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद, नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ-साथ रसायन और उर्वरक मंत्रालय भी आवंटित किया गया। आपको बता दें कि पिछली मोदी सरकार में मनसुख मंडाविया के पास दोनों मंत्रालयों का प्रभार था.
पार्टी के अध्यक्ष भी हैं नड्डा
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान जेपी नड्डा के पास स्वास्थ्य मंत्रालय था, जिसके बाद 2019 में उन्हें बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष का पद दिया गया और जनवरी 2020 में अमित शाह को केंद्रीय गृह मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद, नड्डा को पूरी जिम्मेदारी दी गई। पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया. नड्डा का भाजपा अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल जनवरी में खत्म हो गया। हालाँकि, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उनका कार्यकाल छह महीने बढ़ा दिया गया था। जून में भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
राजनीतिक करियर की शुरुआत एबीवीपी से हुई
नड्डा (63) ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से की थी। वह 1991 में भाजपा की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के अध्यक्ष बने। नड्डा के पास कानून की डिग्री है. उन्होंने भाजपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और यहां तक कि कई राज्यों में पार्टी के चुनाव अभियानों का नेतृत्व भी किया। नड्डा अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकारों में मंत्री भी रहे। वह 2012 में राज्यसभा के लिए चुने गए और 2014 में जब अमित शाह पार्टी अध्यक्ष बने तो उन्हें भाजपा संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया।