Feb 5, 2018
हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गोपालगंज, बिहार के रहने वाले महफूज आलम को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों से जुड़े एक मामले के संबंध में लिप्त पाया और उसे तुरंत दिल्ली में गिरफ्तार किया। वहीं इस मामले में आलम को एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया। वहां अदालत ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में रखने को कहा है।
अगर इस बारे में आधिकारिक बयान की बात करें तो उसमें यह स्पष्ट कहा गया है कि, वह इस मामले में गिरफ्तार किया गया चौथा आरोपी है। और इससे पहले भी गिरफ्तार किये गये तीन आरोपियों में महाराष्ट्र के औरंगाबाद से शेख अब्दुल नईम, बिहार के गोपालगंज से धन्नू राजा और जम्मू कश्मीर के पुलवामा से तौसीफ अहमद मलिक को गिरफ्तार किया गया था।
बयान के मुताबिक जो आरोप लगा है उसमें, आलम पर सह-आरोपी और लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय आतंकवादी नईम को साजोसामान, वित्तीय सहायता और शरण देने का आरोप है। इसने अपने आका, पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अब्दुल रेहान के निर्देश पर बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और जम्मू कश्मीर ठिकाने बनाए।
**यूपी और बिहार में स्थापित किए अड्डे**
नईम को एनआईए पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जानकारी के मुताबिक नईम ने बिहार, यूपी, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का बेस बनाने के लिए विभिन्न स्थानों का दौरा किया था। उसने पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं की सलाह पर वहां अड्डे स्थापित किए।
**विदेशों से पैसा मंगाने में की मदद**
आलम ने अपने पहचान पत्र के जरिए नईम को वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर आदि से विदेशों से पैसा मंगाने में मदद की। इस पैसे का इस्तेमाल नईम ने देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया।
**यूपी में हुई छापेमारी**
इसी मामले में यूपी के मुजफ्फरनगर के दो हवाला ऑपरेटर्स के घर और दुकानों समेत चार स्थानों में छापेमारी की गई। पहले हवाला ऑपरेटर दिनेश गर्ग उर्फ अंकित के पास से 15 लाख नकद, दो नोट गिनने की मशीन आदि बरामद हुई। दूसरे हवाला ऑपरेटर आदेश कुमार जैन के पास से 32.84 लाख रुपये नकद, दो लैपटॉप, गोलियों के साथ एक चाइनीज पिस्टल और यूएई, कुवैत, सऊदी अरब, कतर, अमेरिका, जापान, थाईलैंड और ओमान की मुद्राएं भी बरामद हुईं।
**नईम की लखनऊ से हुई थी गिरफ्तारी**
पिछले साल नवंबर में लखनऊ से महाराष्ट्र के औरंगाबाद निवासी शेख की गिरफ्तारी के बाद यह मामला शुरू हुआ। जांच के दौरान यह पाया गया कि उसने कुछ समय दक्षिण कश्मीर में बिताए थे और कुछ सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें ली थीं।
**हेडली की तर्ज पर रेकी**
सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया कि शेख को टोह लेने के मिशन में लगाया गया था, जैसा डेविड हेडली करता था। पाकिस्तानी अमेरिकी हेडली 2008 के मुंबई हमलों और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के लिए अमेरिकी जेल में सजा काट रहा है।