Jul 14, 2020
नेपाल के पीएम KP शर्मा ओली और सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड एक बार फिर आमना सामना हुआ। प्रयास यही था कि पार्टी में किसी भी तरह की दरार न आए। कहने का तात्पर्य यह है कि दोनों नेताओं में मनमुटाव इस कदर बढ़ चुका है कि पार्टी दो समूह में बंट गई है। ताजा वार्ता से भी सुलह के कोई संकेत प्राप्त नंही हुए हैं।
शुक्रवार को पार्टी की अहम बैठक, हो सकता है फैसला
मिली जानकारी जानकारी के अनुसार काठमांडू पोस्ट ने मीडिया सलाहकार के हवाले से यहज जानकारी दी है कि 6 दिन बाद मंगलवार को दोनों नेता साथ बैठे, कई मुद्दों को लेकर वार्तालाप हुई। शुक्रवार को पार्टी की स्थायी समिति की अहम बैठक भी जारी की गई है। जिसमे 68 साल के पीएम ओली के राजनीतिक भविष्य का निर्णय किया जा सकता है। ओली ने बीते दिनों इलज़ाम लगाया था कि उनके विरोधी भारत की मदद से उन्हें कुर्सी से हटाना चाहते हैं।
नेपाल की सत्ता में साझेदारी को लेकर फंसा हुआ है पेंच
प्रचंड ने रविवार को अपने गृह नगर चितवन में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच इस बारें में जानकारी दी थी कि वे पार्टी को टूटने नहीं देंगे। पार्टी कमजोर हुई तो COVID-19 और प्राकृतिक आपदा से हमारी लड़ाई कमजोर हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी बड़ी पार्टी में वैचारिक मतभेद, विवाद और बहस एक आम बात है। यही प्रचंड कुछ समय पहले तक ओली की भारत विरोधी टिप्पणियों से इतने खफा थे कि इस्तीफा लेने का फैसला कर लिया था।