Feb 6, 2023
मुक्तम ने एक कार्यक्रम में जाति व्यवस्था पर अपनी राय रखी
कहा- कुछ पंडित शास्त्रों के आधार पर जो कहते हैं वह झूठ है
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में मुक्ताम से जाति व्यवस्था पर अपने विचार रखे. उन्होंने मुंबई में संत रोहिदास जयंती समारोह को संबोधित करते हुए जाति व्यवस्था के लिए पंडितों को जिम्मेदार ठहराया। भागवत ने कहा कि भगवान ने हमेशा कहा है कि मेरे लिए सभी समान हैं, कोई जाति या जाति नहीं है. लेकिन पंडितों द्वारा बनाई गई श्रेणियां गलत थीं।
कहा- सत्य ही ईश्वर है
उन्होंने कहा कि जब हर काम समाज के लिए होता है तो कोई कैसे ऊंच-नीच या अलग-अलग हो गया? सत्य ही ईश्वर है... नाम, गुण और सम्मान कुछ भी हो, सब एक ही है और कोई भेद नहीं है। कुछ पंडित शास्त्रों के आधार पर जो कहते हैं वह झूठ है।
संत रोहिदास का स्थान तुलसीदास, कबीर, सूरदास से भी ऊँचा था।
आरएसएस अध्यक्ष ने कहा कि हमारी आजीविका का मतलब समाज के प्रति जिम्मेदारी भी है। संत रोहिदास और बाबासाहेब ने समाज में समरसता स्थापित करने का काम किया। दूसरों को फायदा हुआ क्योंकि हमारा समाज बंटा हुआ था। इसका फायदा उठाकर ही हमारे देश पर आक्रमण किया गया और बाहर से आए लोगों ने इसका फायदा उठाया। भागवत ने कहा कि तुलसीदास, कबीर, सूरदास से भी ऊंचा दर्जा संत रोहिदास का था। इसलिए साधु थे शिरोमणि।








