Aug 30, 2024
बीजेपी हमेशा से भाई-भतीजावाद के खिलाफ बयान देती रही है, लेकिन अब खबरें हैं कि वह खुद भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देगी. ऐसी संभावना है कि आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने दिग्गज नेताओं के परिवार के सदस्यों को टिकट देगी. अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस को बीजेपी की दोहरी नीति पर तंज कसने का मौका मिल जाएगा.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की लिस्ट जल्द जारी हो सकती है. गुरुवार को इस मुद्दे पर लंबी चर्चा हुई. बीजेपी कई सीटों पर दिग्गज नेताओं को उतार सकती है. संकेत है कि खासकर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार वालों को टिकट मिल सकता है. सूत्रों के मुताबिक, चार पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे-बेटियों को टिकट दिया जा सकता है. भाजपा हरियाणा से अपने तीन लाल भजनलाल, बंसीलाल और देवीलाल के पोते-पोतियों को टिकट देने की तैयारी में है.
बीजेपी किसे देगी टिकट?
भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई का आदमपुर सीट से टिकट मिलना तय है. बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी को भी तोशाम से टिकट मिल सकता है. देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल को डबवाली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह की पोती आरती राव को आवंटित सीट से टिकट मिलने की भी चर्चा है. आरती के पिता राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में मंत्री हैं.
कांग्रेस से अलग हुए नेता
भव्या और आरती का परिवार 2014 से पहले कांग्रेस में था. श्रुति चौधरी भी हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई हैं. श्रुति चौधरी की मां किरण को बीजेपी ने राज्यसभा भेजा है. बीजेपी को लगता है कि जैसे-जैसे पार्टी कमजोर हो रही है, सत्ताधारी परिवार के सदस्यों को मौका देकर इसे मजबूत किया जा सकता है. मौजूदा सरकार के 30 फीसदी विधायक हटाए जा सकते हैं.
संदीप सिंह, संजय सिंह और सीमा त्रिखा जैसे मंत्री भी टिकट की दौड़ से बाहर हो सकते हैं.. पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन लोगों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है.
इस नेता को एक और मौका मिलने की संभावना है
पूर्व लोकसभा सांसद सुनीता दुग्गल, वरिष्ठ नेता ओपी धनखड़ और कैप्टन अभिमन्यु को एक और मौका मिल सकता है. पिछले विधानसभा चुनाव में इन तीनों चेहरों को हार का सामना करना पड़ा था. चर्चा है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी अपनी मौजूदा सीट के अलावा किसी और से चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं.