Aug 30, 2024
शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरे जाने का मामला राज्य सरकार पर भारी पड़ता जा रहा है. इस मुद्दे पर पूरी सरकार बैकफुट पर है और किसी भी तरह से इससे बचने की कोशिश कर रही है. चुनावी मौसम से पहले शिवाजी महाराज की मूर्ति गिर जाने से विपक्ष को एक मुद्दा मिल गया है. यही वजह है कि सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं शिवाजी महाराज की प्रतिमा के चरणों में गिरकर 100 बार माफी मांगने को तैयार हूं. शिवाजी महाराज महाराष्ट्र में पूजनीय हैं और उन्हें राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए.
सिंधुदुर्ग स्थित इस मूर्ति के गिरने पर अजित पवार ने भी दुख जताया है. उन्होंने कहा कि मैं इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से माफी मांगता हूं. महाराज शिवाजी की मूर्ति का गिरना हमारे लिए एक सदमे की तरह है. 'इस मामले में दोषी ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा. राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर मैं माफी मांगता हूं.' मैं वादा करता हूं कि भविष्य में राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी.'
एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराज शिवाजी महाराष्ट्र के संरक्षक देवता हैं. मैं 100 बार उनके पैरों पर गिरकर माफी मांगने को तैयार हूं.' इस मामले पर बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेन्द्र फड़णवीस ने भी दुख जताया है. उन्होंने कहा कि महाराज की प्रतिमा का निर्माण भारतीय नौसेना की देखरेख में किया गया है. इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं थी. राज्य सरकार शिवाजी की और भी बड़ी प्रतिमा स्थापित करेगी और उनका सम्मान बरकरार रखा जाएगा.