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अपनी बहन के खिलाफ NCLT पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी , लगाये ये गंभीर आरोप

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Oct 24, 2024

Jaganmohan Reddy And Sharmila Reddy Conflict :  वाईएसआर कांग्रेस (YSR Congress) पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने अपनी बहन और कांग्रेस की आंध्र प्रदेश इकाई की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला पर 'सरस्वती पावर एंड इंडस्ट्रीज' के शेयरों को अपने और अपनी मां विजयम्मा के नाम पर अवैध रूप से ट्रांसफर करने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय कानून न्यायाधिकरण (NCLT) का दरवाजा खटखटाया है. 

जगनमोहन और शर्मिला के बीच का झगड़ा अब कानूनी लड़ाई बन गया  

जगनमोहन ने दावा किया कि सरस्वती पावर एंड इंडस्ट्रीज की ओनरशिप उनके और उनकी पत्नी के पास है. जगनमोहन और शर्मिला के बीच की तकरार अब कानूनी लड़ाई का रूप ले चुकी है. NCLT की हैदराबाद पीठ ने पिछले महीने दायर याचिका पर सुनवाई की और मामले की अगली सुनवाई नवंबर में तय की. 

याचिका में, वाईएसआरसीपी अध्यक्ष ने कहा, "मैंने शर्मिला के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें उन्होंने कहा था, 'प्यार और स्नेह' से, मैं अपने और अपनी पत्नी के शेयरों को एक उपहार विलेख के माध्यम से अपनी बहन को ट्रांसफर कर दूंगा." जो प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कुर्की सहित कुछ संपत्तियों के संबंध में लंबित मामलों के अधीन होगा. 

जगनमोहन ने अपनी बहन को लिखे पत्र में कहा कि कानूनी दायित्वों को पूरा किए बिना और अदालत की मंजूरी के बिना शेयर ट्रांसफर करने पर प्रभाव पड़ेगा. 

हमारा रिश्ता अच्छा नहीं है

हालाँकि, उन्होंने MoU रद्द करने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा, 'यह कोई रहस्य नहीं है कि हमारे संबंध अब अच्छे नहीं हैं, और इस बदली हुई स्थिति को देखते हुए, मैं आपको औपचारिक रूप से सूचित करना चाहता हूं कि मेरी मूल इच्छा जो MoU में व्यक्त की गई है मेरा निष्पादित करने का कोई इरादा नहीं है.'

मैं शर्मिला की कई हरकतों से बहुत दुखी हूं...

उन्होंने कहा कि मेरे पिता पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी द्वारा अर्जित संपत्ति और पैतृक संपत्तियों को परिवार के सदस्यों के बीच वितरित किया गया था. शर्मिला ने अपने भाई की भलाई की परवाह किए बिना कई काम किए हैं जिससे मुझे बहुत दुख हुआ है और उन्होंने सार्वजनिक रूप से कई झूठे बयान भी दिए हैं. अपने भाई से अनबन के बाद शर्मिला इस साल की शुरुआत में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं और उन्हें पार्टी की आंध्र प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया गया. मई में हुए आम चुनाव में शर्मिला ने कडप्पा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं. 

Report By:
Devashish Upadhyay.